पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बाग़ी तेवर न केवल बरकरार हैं बल्कि कहीं ज्यादा तीखे हो गए हैं। राज्य की चरणजीत सिंह चन्नी सरकार के ख़िलाफ़ उनका हमलावर रुख विधानसभा चुनाव में पार्टी के लिए विनाशकारी साबित हो सकता है।

नवजोत सिंह सिद्धू ने पहले दिन से चरणजीत सिंह चन्नी पर दबाव बनाने की कोशिश की है लेकिन शायद चन्नी अब उन्हें जवाब देने के लिए तैयार हैं।
ताज़ा मामला यह है कि पंजाब मंत्रिमंडल के एक अहम फ़ैसले के तहत सूबे में बिजली सस्ती कर दी गई है। सरकार को इससे वाहवाही मिल ही रही थी कि सिद्धू ने ही सबसे पहले इसपर पानी फेर दिया।
मुख्य विपक्षी पार्टियों ने तो बाद में मोर्चा संभाला लेकिन उनके तेवर भी उतने तल्ख नहीं थे, जितने सिद्धू के थे। राज्य के राजनीतिक गलियारों में खुलकर पूछा जा रहा है कि सिद्धू अपनी ही सरकार के ख़िलाफ़ जाकर आखिर किसकी तरफ से 'खेल' रहे हैं और दरअसल यह खेल है क्या?