प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 के कुछ महीने पहले ही बीजेपी को एक नया हथियार थमा दिया है। गुरु गोविंद सिंह जी के प्रकाश उत्सव के मौके पर पाकिस्तान स्थित करतारपुर साहिब गुरुद्वारे में पाक प्रधानमंत्री इमरान ख़ान को बड़ा भाई बता कर सिद्धू ने पाकिस्तान को अंदर घुस कर मारने और उसे एक शत्रु के रूप में पेश करने वाली बीजेपी को सुनहरा मौका दे दिया है।
अब बीजेपी सलमान खुर्शीद की किताब और सिद्धू के बयान दोनों को एक साथ जोड़ कर एक ऐसा नैरेटिव खड़ा करने की कोशिश में है, जिसमें वह यह बता सके कि कांग्रेस पार्टी हिन्दुओं के ही ख़िलाफ़ नहीं है, बल्कि देश के भी विरोध में है और अपने चुनावी फ़ायदे के लिए देश के शत्रु के साथ गलबहियाँ कर रही है।
क्या कहा सिद्धू ने?
नवजोत सिंह सिद्धू जब शुक्रवार को करतारपुर साहिब गुरुद्वारा गए तो पाकिस्तान के अधिकारियों ने प्रधानमंत्री इमरान ख़ान की ओर से उनकी मेजबानी की और खूब आवभगत की। सिद्धू ने कह दिया कि इमरान ख़ान उनके 'बड़े भाई' की तरह हैं और वह उन्हें 'बहुत ही प्यार करते हैं।'
Rahul Gandhi’s favourite Navjot Singh Sidhu calls Pakistan Prime Minister Imran Khan his “bada bhai”. Last time he had hugged Gen Bajwa, Pakistan Army’s Chief, heaped praises.
— Amit Malviya (@amitmalviya) November 20, 2021
Is it any surprise that the Gandhi siblings chose a Pakistan loving Sidhu over veteran Amarinder Singh? pic.twitter.com/zTLHEZT3bC
कांग्रेस के दिग्गज नेता और पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धु पाकिस्तान जाएं और इमरान खान का महिमामंडन न करें, पाकिस्तान की स्तुति न करें ऐसा हो नहीं सकता।
— BJP (@BJP4India) November 20, 2021
- डॉ. @sambitswaraj
मुसलिम तुष्टीकरण?
बीजेपी ने इसके साथ ही कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद की किताब 'सनराइज ओवर अयोध्या : नेशनहुड इन आवर टाइम्स' का मुद्दा भी उठाया और इसे कांग्रेस की मुसलिम तुष्टीकरण की नीति क़रार दिया है। बता दें कि खुर्शीद की इस किताब में हिन्दुत्व की तुलना इसलामी जिहाद व इसलामिक स्टेट व तालिबान से की गई है।
बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस मुसलमानों को खुश करने के लिए हिन्दुत्व की तुलना इसलामी जिहाद से करती है और पाकिस्तान व इसके प्रधानमंत्री की तारीफ करती है व इसके लोग इमरान ख़ान को अपना बड़ा भाई मानते हैं।
कांग्रेस पार्टी का ये एक प्रकार का तरीका है। सलमान खर्शीद, मणिशंकर अय्यर, राशिद अल्वी और इन सबके ऊपर राहुल गांधी, ये सभी हिंदू और हिंदुत्व को गाली देते हैं।
— BJP (@BJP4India) November 20, 2021
वहीं सिद्धू पाकिस्तान के हित में बयान देते हैं। ये कोई इत्तेफाकन नहीं है।
- डॉ. @sambitswaraj
हिंदुस्तान में कांग्रेस को ISIS और बोको हराम दिखता है
— Sambit Patra (@sambitswaraj) November 20, 2021
इमरान खान में भाई जान दिखता है। pic.twitter.com/YLrYR5V24A
कांग्रेस का पलटवार
पंजाब की कांग्रेस सरकार के मंत्री परगट सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू का बचाव किया है और बीजेपी पर हमला किया है, पर बीजेपी ने कांग्रेस को बचाव की मुद्रा में ला खड़ा किया है। परगट सिंह ने कहा, "जब पीएम मोदी पाकिस्तान जाएं तो वह देश प्रेमी लेकिन जब सिद्धू जाएं तो वह देश द्रोही।"
स्वयं सिद्धू ने भी कह कि बीजेपी को जो कहना है, कहती रहे।
#WATCH | Gurdaspur, Punjab: State Congress chief Navjot Singh Sidhu responds to questions on BJP's allegations of him calling Pakistan PM Imran Khan his 'big brother'. He says, "Let BJP say whatever they want..." pic.twitter.com/QU0mY4Nd1v
— ANI (@ANI) November 20, 2021
लेकिन सिद्धू बीजेपी के उन हमलों का जवाब नहीं दे पा रहे हैं, जो उनकी वजह से पार्टी पर हो रहे हैं।
आज सिद्धू ने इमरान खान को ‘बड़ा भाई’ कहकर संबोधित किया और कहा कि मैं उन्हें बहुत प्यार करता हूं।
— BJP (@BJP4India) November 20, 2021
ये करोड़ों हिंदुस्तानियों के लिए चिंता का विषय है।
- डॉ. @sambitswaraj pic.twitter.com/at4aR8JAyD
कांग्रेस की परेशानी
लेकिन कांग्रेस के लिए चिंता की बात यह है कि यह सबकुछ तब हो रहा है जब पंजाब में कुछ दिन बाद ही विधानसभा चुनाव होने हैं और बीजेपी इस मुद्दे का भरपूर उपयोग कर राज्य में ध्रुवीकरण करने और उसे घेरने की कोशिश करेगी।
सिद्धू का यह मुद्दा इसलिए भी कांग्रेस के लिए मुसीबत बन सकता है कि कुछ दिन पहले तक राज्य में इसके बड़े नेता और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भी सिद्धू के साथ पाकिस्तान के रिश्ते को देश की सुरक्षा के लिए ख़तरनाक बताया था।
कैप्टन ने कहा था कि नवजोत सिंह सिद्धू के संपर्क पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान और पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल क़मर जावेद बाजवा से हैं।
उन्होंने यह भी कहा था कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है।
क्या है बाजवा का मामला?
बता दें कि सिद्धू क्रिकेटर से राजनेता बने हैं और इमरान ख़ान पाकिस्तान की ओर से क्रिकेट खेल चुके हैं। इमरान ख़ान ने प्रधानमंत्री पद की शपथ लेते समय उस समारोह में सिद्धू को न्यौता भेजा था और वे गए भी थे।
इसके अलावा नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल बाजवा से गले मिले थे। इस पर सिद्धू की बहुत आलोचना हुई थी। उस समय कैप्टन ने उन्हें पाकिस्तान न जाने की सलाह दी थी, पर वे नहीं माने थे।
पाकिस्तान का हव्वा
बीजेपी पाकिस्तान का हव्वा खड़ा कर देश के एक बड़े हिस्से को अपने पक्ष में करने में कामयाब रहती है। साल 2019 के लोकसभा चुनाव के पहले पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक कर और 'पाकिस्तान के अंदर घुस कर मारने' की बात कह कर नरेंद्र मोदी ने पूरे चुनाव का परिदृश्य बदल दिया था और हवा अपनी पार्टी के पक्ष में कर लिया था।
यह बीजेपी की कामयाबी ही है कि मोदी बगैर न्योते के पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के घर पहुँच जाते हैं तो उनकी तारीफ होती है, और क्रिकेट जैसे खेल में पाकिस्तानी टीम का समर्थन करने को भी वह मुद्दा बना लेती है।
इन स्थितियों में पाकिस्तान जाकर वहाँ के प्रधानमंत्री को बड़ा भाई कहने के कांग्रेस नेता के कदम का सियासी फ़ायदा उठाने की कोशिश बीजेपी करेगी, यह बिल्कु स्वाभाविक है।
अपनी राय बतायें