शिरोमणि अकाली दल के बड़े नेता बिक्रम सिंह मजीठिया कहां हैं, यह चर्चा पंजाब में चारों ओर चल रही है। यूथ अकाली दल ने रविवार रात को अपने आधिकारिक पेज पर मजीठिया की हरमंदिर साहिब (स्वर्ण मंदिर) में माथा टेकने की फोटो जारी की थी जबकि मजीठिया की तलाश में पंजाब पुलिस पंजाब के अंदर और बाहर भी कई राज्यों में छापेमारी कर रही है। ऐसे में सवाल यह खड़ा होता है कि आखिर मजीठिया कहां हैं।
बता दें कि कुछ दिन पहले मजीठिया के खिलाफ ड्रग्स मामले में एफआईआर दर्ज की गई थी। इसके बाद से ही पुलिस उनकी तलाश कर रही है। केंद्र सरकार ने भी मजीठिया के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी कर दिया था।
यूथ अकाली दल की ओर से मजीठिया का फोटो जारी किए जाने के बाद पंजाब के गृहमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा का बयान आया है। रंधावा ने कहा है कि बिक्रम सिंह मजीठिया पंजाब में नहीं हैं, इस बारे में जारी किए गए फोटो पूरी तरह फर्जी हैं अगर वह पंजाब में कहीं भी दिखाई देते हैं तो उन्हें 1 मिनट के अंदर जेल में डाल दिया जाएगा।
रंधावा ने कहा कि मजीठिया के पास कोई सरकारी सुरक्षा नहीं है और यह बात गलत है कि पुलिस को पता है कि मजीठिया कहां हैं।
निशाने पर रहे मजीठिया
पंजाब की सियासत में ड्रग्स एक बड़ा मुद्दा रहा है। पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी से लेकर कांग्रेस ने ड्रग्स की बिक्री को लेकर बिक्रम सिंह मजीठिया पर जमकर हमले किए, लेकिन सत्ता में आने के बाद भी उनके ख़िलाफ़ एफ़आईआर तक दर्ज न होने के कारण कांग्रेस की अंदरूनी सियासत गर्म रही।
एफआईआर दर्ज होने के बाद अकाली नेता मुश्किल में घिरते दिख रहे हैं।
ताक़तवर नेता हैं मजीठिया
पूर्व कैबिनेट मंत्री मजीठिया पंजाब की सियासत के ताक़तवर नेता हैं। वह सुखबीर बादल के साले और सांसद हरसिमरत कौर के भाई भी हैं। अकाली दल की सरकारों के दौरान मजीठिया की तूती बोलती थी।
मजीठिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद अकाली दल ने कांग्रेस की चरणजीत सिंह चन्नी सरकार पर हमला बोला था। अकाली दल ने कहा था कि यह बदले की कार्रवाई है। पूर्व मुख्यमंत्री और पंजाब लोक कांग्रेस के प्रधान कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी इसे बदले की कार्रवाई बताया था।
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