किसान आंदोलन को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्र सरकार पर बड़ा हमला किया है। उन्होंने किसानों के दिल्ली में विरोध-प्रदर्शन को रोकने के लिए केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए क़दम की तीखी आलोचना की और कहा कि पंजाब और भारत के बीच सीमा नहीं बनानी चाहिए।
भगवंत मान ने कहा, 'केंद्र से अपील है कि किसानों की जायज़ मांगों को माने। आपको भारत और पंजाब की सीमा नहीं बनानी चाहिए। जिस नफरत का स्तर हम सहन कर रहे हैं, वह सही नहीं है।' वह रविवार को गोइंदवाल साहिब में गुरु अमर दास जी पावर प्लांट का उद्घाटन करने के बाद एक रैली में बोल रहे थे। इसमें अरविंद केजरीवाल भी शरीक हुए।
रैली में भगवंत मान ने किसानों के विरोध-प्रदर्शन का ज़िक्र भी किया। एमएसपी की गारंटी के लिए कानून बनाने सहित कई मांगों को लेकर केंद्र पर दबाव बनाने के लिए किसान जुट रहे हैं। इसके लिए क़रीब 200 किसान यूनियनों ने 13 फरवरी को 'दिल्ली चलो' मार्च निकालने का फ़ैसला किया है। संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा सहित कई बड़े-बड़े किसान समूह इनमें शामिल हैं।
हरियाणा और पंजाब के किसानों को दिल्ली बॉर्डर पर पहुंचने से रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने तैयारी शुरू कर दी है और बॉर्डर पर बड़ी-बड़ी क्रेनें और कंटेनर लगा दिए गए हैं। अगर किसान किसी भी तरह से हरियाणा और पंजाब पार करके दिल्ली की सीमा में घुसने की कोशिश करेंगे तो बॉर्डर को क्रेन और कंटेनर से सील कर दिया जाएगा। किसानों के मार्च को लेकर दिल्ली पुलिस भी हाई अलर्ट पर है और दिल्ली की सभी सीमाओं पर कड़ी सुरक्षा बरती जा रही है। हरियाणा से आने वाली सड़कों पर कीलें लगाई गई हैं और कंक्रीट के भारी-भारी बैरियर्स लगाए गए हैं।
रिपोर्टों के अनुसार पंजाब सीमा पर बाड़ लगाने का उद्देश्य पंजाब के किसानों को 13 फरवरी को दिल्ली पहुंचने के लिए हरियाणा में प्रवेश करने से रोकना है, क्योंकि किसान यूनियनों ने दिल्ली में विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है।
उन्होंने कहा, 'हमारे सैनिक सीमा पर खड़े हैं। आपको पता चलने से पहले ही वे गोली मार देते हैं। फिर भी कुछ शहीदों को सलाम नहीं होता क्योंकि वो अग्निवीर हैं। हम जिस नफरत का सामना कर रहे हैं वह इतनी तीव्र है कि वे पंजाब को राष्ट्रगान से मिटा सकते हैं। पंजाब को राष्ट्रगान से हटाने के लिए केवल एक विधेयक पारित करने की आवश्यकता है।'
सीएम भगवंत मान ने राज्य के विपक्षी दलों पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा, 'बादलों समेत जो परिवारों वाले थे, उनका भी सारा परिवार ही राजनीतिक रूप से खत्म हो गया। बाजवा, बादल, मजीठिया, सिद्धू मुझे गालियां देते हैं, क्योंकि इनको लगता था कि इन कुर्सियों पर इनका ही हक है, लेकिन अब इन कुर्सियों पर गरीब घरों के लोग बैठ गए हैं।' भगवंत मान ने कहा, 'अब हमने जो प्लांट खरीदा है, वो हमें 2 करोड़ प्रति वॉट पड़ेगा। अगर आज हम नया प्लांट लगाएं तो 8.5 करोड़ का पड़ेगा और वो 4 साल बाद बनकर तैयार होता है, जबकि इसका अभी स्विच दबा कर शुरू करके आए हैं।'
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