पंजाब के मोगा में खालिस्तानी नेता अमृतपाल सिंह गिरफ्तारी जिस सहज तरीके से हुई और कहीं कोई विरोध नहीं हुआ, इस पर सवाल पूछा जा रहा है कि आखिर अमृतपाल को किसने गिरफ्तार कराया। द ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि  अमृतपाल की गिरफ्तारी के लिए घटनाओं का क्रम पूर्व अकाल तख्त जत्थेदार और जनरैल सिंह भिंडरावाले के भतीजे की भूमिका की तरफ इशारा करता है। जसबीर सिंह रोडे दरअसल रोडेवाल गुरुद्वारा के ग्रंथी भी हैं। कल रविवार को अमृतपाल के पकड़े जाने के फौरन बाद बताया था कि अमृतपाल इस गुरुद्वारे में शनिवार रात को आया था और उसने खुद पुलिस को अपने आने की सूचना दी और आकर गिरफ्तारी करने को कहा।