पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी सियासत के पुराने खिलाड़ी हैं और इतनी आसानी से वे नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब में अपने से बड़ा चेहरा नहीं बनने देंगे। पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की जब राहुल और प्रियंका गांधी से बुधवार को दिल्ली में मुलाक़ात हुई तो कैप्टन ने भी नया दांव चला और पंजाब कांग्रेस में अपने समर्थक हिंदू नेताओं को गुरूवार को लंच पर बुला लिया।
सिद्धू को ‘रोकने’ के लिए कैप्टन का ‘हिंदू अध्यक्ष’ का दांव?
- पंजाब
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- 6 Jul, 2021
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी सियासत के पुराने खिलाड़ी हैं और इतनी आसानी से वे नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब में अपने से बड़ा चेहरा नहीं बनने देंगे।

इस लंच से एक नयी बात सामने आई है, वह यह कि पंजाब में कांग्रेस का अध्यक्ष किसी हिंदू चेहरे को ही बनाया जाना चाहिए। हालांकि ताज़ा वक़्त में पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ भी हिंदू ही हैं लेकिन उनका कार्यकाल ख़त्म हो चुका है और किसी नए चेहरे की तलाश की जा रही है।
जाखड़ को नहीं बुलाया
हैरानी की बात यह है कि जाखड़ को इस लंच में नहीं बुलाया गया। वैसे भी जाखड़ बीते कुछ दिनों में गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी वाले मामले को लेकर अमरिंदर सरकार पर सवाल उठा चुके हैं। इसी मुद्दे को लेकर सिद्धू ने भी अमरिंदर को कई बार सवालों के घेरे में खड़ा किया है और उन पर पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल को बचाने का आरोप लगाया है।