लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान यूपी, महाराष्ट्र, कर्नाटक आदि बड़े राज्यों में दलितों ने कांग्रेस और सपा या एमवीए को वोट डाला। इससे भाजपा का अपने दम पर सरकार बनाने का सपना चकनाचूर हो गया। केंद्र में उसकी सरकार अब सहयोगी दलों की बैसाखियों पर है। ऐसे में भाजपा के दलित समर्थन आधार के एक वर्ग के खिसकने की खबरों के बीच संघ परिवार अनुसूचित जाति को लक्ष्य करके 15 दिवसीय धर्म सम्मेलन आयोजित करने की योजना बना रहा है। इनमें दलितों के गांव और शहरी क्षेत्रों की मलिन बस्तियां हैं। विहिप संघ परिवार का हिस्सा है।