राजनीतिक विमर्श में यह विषय गरम है कि राहुल गांधी को विनायक दामोदर सावरकर पर हमला बोलना चाहिए या नहीं? सावरकर की धरती महाराष्ट्र में ऐसा बोलना सही है कि नहीं? सावरकर पर हमला करके भारत जोड़ो यात्रा के मकसद पर भी कोई हमला हुआ है? एक गैर राजनीतिक सकारात्मक यात्रा क्या राजनीतिक और नकारात्मक हो गयी है? क्या राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा गुजरात चुनाव के नफा-नुकसान से जुड़ गयी है?