'एसपी को हराने के लिए बीएसपी बीजेपी का भी समर्थन करेगी।' बीएसपी सुप्रीमो मायावती का यह बयान क्या आत्मघाती है? कुछ लोगों को लग रहा है कि मायावती का यह बयान थके-हारे नेता का बयान है। उन्हें यह बयान मायावती के सत्ता से बाहर रहने की हताशा और हड़बड़ी में दिया गया लग रहा है।

मायावती के राजनीतिक विरोधी आरोप लगा रहे हैं कि उनकी राजनीति बेपर्दा हो गई है और वे बीजेपी से मिली हुई हैं।
मायावती के राजनीतिक विरोधी आरोप लगा रहे हैं कि उनकी राजनीति बेपर्दा हो गई है और वे बीजेपी से मिली हुई हैं। उनके समर्थक दलित अब मायावती से दूर होंगे। लेकिन सच कुछ और है। मायावती ने बहुत सोची-समझी रणनीति के तहत यह बयान दिया है।
वैसे भी आजकल मायावती बहुत कम बोलती हैं। केवल ट्वीट करके अपनी राजनीतिक प्रतिक्रिया देती हैं। लेकिन उन्होंने यह बयान बाकायदा मीडिया के सामने दिया है। इसलिए भी इस बयान को हलके में नहीं लिया जाना चाहिए। इस बयान को बहुत संजीदगी से समझने की ज़रूरत है। इसके कई संदर्भ हैं। उन्होंने विक्टिम कार्ड खेलकर एसपी पर जोरदार हमला बोला है और एक तीर से कई निशाने साधे हैं।
लेखक सामाजिक-राजनीतिक विश्लेषक हैं और लखनऊ विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग में असि. प्रोफ़ेसर हैं।