ईसा मसीह के जन्मदिन 25 दिसम्बर को पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी का स्मरण इस बार इतना ज़्यादा क्यों किया गया? अटल जी का जन्मदिन तो पिछले साल भी आया था और अगले वर्ष फिर आएगा। अटल जी को उन लोगों ने भी बहुत याद किया जो उनकी पार्टी के समर्थक नहीं हैं। ये लोग हरेक नेता के मामले में ऐसा नहीं करते।
इस बार अटलजी का ज़्यादा स्मरण क्यों किया गया?
- विचार
- |
- |
- 29 Dec, 2020

क्या बीजेपी में 2004 के चुनावों में पार्टी को कम सीटें मिलने और एनडीए की हार के कारणों की कोई निष्पक्ष पड़ताल हुई थी? देश ने अगर 2004 में अटलजी को जिता दिया होता तो केवल कल्पना ही की जा सकती है कि आज बीजेपी क्या होती! कांग्रेस क्या होती! विपक्ष क्या होता और देश में लोकतंत्र को लेकर चुनौतियों का स्वरूप क्या होता!
यह भी संयोग ही है कि अटल जी के जन्मदिन के चालीस दिन पहले 14 नवम्बर को भारत रत्न जवाहर लाल नेहरू को भी इस बार कुछ ज़्यादा ही याद किया गया।