जनता पार्टी की सरकार में मची उथल-पुथल के बीच आरएसएस के प्रति निष्ठा और दोहरी सदस्यता का सवाल उठने पर जब पूर्व जनसंघ नेताओं ने 6 अप्रैल 1980 को भारतीय जनता पार्टी का गठन किया तो ‘गाँधीवादी समाजवाद’ को वैचारिक अवधारणा के रूप मे स्वीकार किया गया। बीजेपी के दस्तावेज़ों में ‘गाँधीवादी समाजवाद’ आज भी उसकी ‘पंचनिष्ठाओं’ में दर्ज है।