समाजवाद भारतीय संविधान की प्रस्तावना का हिस्सा है। बीजेपी के दस्तावेज़ों में ‘गाँधीवादी समाजवाद’ आज भी उसकी ‘पंचनिष्ठाओं’ में दर्ज है। इसके बावजूद योगी आदित्यनाथ ने समाजवाद की अवधारणा पर हमला किया। यह एक खतरनाक फासिस्ट सोच को बताता है।
प्रधानमंत्री मोदी की रैलियों और बयानों ने यूपी का सियासी माहौल गरमा दिया है। शाहजहांपुर में शनिवार को मोदी ने योगी को उपयोगी बताया तो अखिलेश यादव ने कुछ देर बाद ही पलटवार किया और योगी सरकार को अनुपयोगी बता डाला।