गंगा की निर्मलता और अविरलता के लिए 112 दिन तक अनशन करके 11 अक्टूबर, 2018 में अपने जीवन का अंत कर लेने वाले स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद ने अपनी मृत्यु से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्रों में उन्हें गंगा की अवहेलना करने, उसके हितों को हानि पहुंचाने और उसे धोखा देने के साथ ही अपनी संभावित मृत्यु का जिम्मेदार भी ठहराया था।