यूक्रेन के खिलाफ रूसी सैन्य हमले के एक साल पूरे हो रहे हैं लेकिन इस अंतहीन युद्ध का कोई अंत नहीं नज़र आ रहा। यूक्रेन की साढ़े चार करोड़ आबादी के लिये अंधेरी रात इतनी लम्बी होगी, किसी ने इसका अनुमान नहीं किया था। दो तिहाई आबादी के मकान ध्वस्त हो चुके हैं और उनकी जिंदगियां तबाह हो रही हैं। रूसी हवाई हमलों से बचने के लिये इमारतों के बेसमेंट में  छिपने और दिन रात तोपों की गड़गड़ाहट और लड़ाकू विमानों की कर्णभेदी आवाज़ ने उनका चैन छीन लिया है। पिछले एक साल में यूक्रेन के लोगों की जिंदगी न केवल ठहर सी गई है बल्कि रसातल में भी चली गई है।