यूक्रेन के खिलाफ रूसी सैन्य हमले के एक साल पूरे हो रहे हैं लेकिन इस अंतहीन युद्ध का कोई अंत नहीं नज़र आ रहा। यूक्रेन की साढ़े चार करोड़ आबादी के लिये अंधेरी रात इतनी लम्बी होगी, किसी ने इसका अनुमान नहीं किया था। दो तिहाई आबादी के मकान ध्वस्त हो चुके हैं और उनकी जिंदगियां तबाह हो रही हैं। रूसी हवाई हमलों से बचने के लिये इमारतों के बेसमेंट में छिपने और दिन रात तोपों की गड़गड़ाहट और लड़ाकू विमानों की कर्णभेदी आवाज़ ने उनका चैन छीन लिया है। पिछले एक साल में यूक्रेन के लोगों की जिंदगी न केवल ठहर सी गई है बल्कि रसातल में भी चली गई है।
रूस-यूक्रेन युद्ध का एक साल: परमाणु महाविनाश के मुहाने पर दुनिया!
- विचार
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- 24 Feb, 2023

रूस-यूक्रेन युद्ध का एक साल पूरा हो गया। क्या युद्ध के किसी भी तरह ख़त्म होने या शांति की उम्मीद दिखाई दे रही है? रूस की ताज़ा धमकी के क्या मायने हैं?
युद्ध को जारी रखने के लिये जहां रूस ने पांच लाख से अधिक फौज तैनात किये हैं वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की, सरकार में उनके साथी मंत्रियों और वहां के सैनिकों के अदम्य साहस, संकल्प, जिजीविषा और राष्ट्रभक्ति को देखते हुए अमेरिकी अगुवाई में यूरोपीय देशों ने उन्हें अत्याधुनिक हथियारों की सप्लाई तेज कर दी है। सैन्य हमला के पहले रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने सोचा था कि कुछ दिनों में ही यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की सत्ता छोड़ दूसरे देश में शरण ले लेंगे लेकिन जेलेंस्की ने एक विशाल सैनिक ताक़त के आगे नहीं झुककर पूरी दुनिया को अचम्भित किया है।