नागरिकता संशोधन बिल जिसे अंग्रेज़ी में सिटिज़नशिप अमेंडमेंट बिल (CAB या कैब) कहा जाता है, उसका संसद से लेकर सड़क तक भारी विरोध हो रहा है। संसद में तो जो होना था, हो चुका क्योंकि दोनों सदनों ने बहुमत के साथ इसे पास कर दिया है और राष्ट्रपति की मुहर लगते ही यह क़ानून भी बन चुका है लेकिन सड़कों पर हालात गंभीर हैं। पूरे उत्तर-पूर्व में हिंसा फैली हुई है और कई ज़िलों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। लेकिन क्या आपको मालूम है कि संसद के अंदर कांग्रेस और उसके सहयोगी इस बिल का जिस कारण से विरोध कर रहे थे, वह असम और दूसरे उत्तर-पूर्वी राज्यों में हो रहे जन प्रतिरोध से बिल्कुल अलग, बल्कि उल्टा है।