मोदी सरकार के पहले सौ दिन सिर्फ़ सरकार के कार्यों और नीतियों का वर्णन नहीं है। मौजूदा सरकार का स्वरूप क्या है? जब हम सौ दिनों का आकलन करते हैं तो दो राजनीतिक प्रवृत्तियाँ साफ़ तौर पर परिलक्षित होती हैं। एक, बुरी आर्थिक स्थिति के बावजूद प्रधानमंत्री मोदी बेहद लोकप्रिय हैं। उनके कट्टर समर्थक भी इस बात से इत्तिफ़ाक़ रखते हैं कि वह एक ऐसे शख़्स के तौर पर उभरे हैं जिनको नज़रअंदाज़ करना नामुमकिन है। एक, ऐसी शख़्सियत जिन्होंने हमारे मानस को इस हद तक वशीभूत कर रखा है कि आलोचना भी उनके महत्व और उनकी कारगर पकड़ को ही रेखांकित करती है। उनकी विजय इसमें नहीं है कि वह क्या करते हैं बल्कि हम जो कुछ भी करते हैं वह उसके केंद्र में रहते हैं।