भारत और चीन के सैनिकों की बीच हुई मुठभेड़ और उसके कारण हताहतों की ख़बर ने देश के कान खड़े कर दिए। इस मुठभेड़ में 20 भारतीय फ़ौजी मारे गए और माना जा रहा है कि चीन के चार या पाँच फ़ौजी मारे गए। आश्चर्य की बात यह है कि ये मौतें तो हुईं लेकिन उन जवानों के बीच हथियारों का इस्तेमाल नहीं हुआ। हथियारों का इस्तेमाल नहीं हुआ, गोलियाँ नहीं चलीं, तोपें नहीं दागी गईं लेकिन दोनों तरफ़ के जवान मारे गए। तो क्या उन लोगों के बीच हाथापाई हुई? क्या उन लोगों ने एक-दूसरे का दम घोट दिया या गलवान घाटी में धक्का दे दिया?