झारखंड के विधायकों द्वारा मुख्यमंत्री चुन लिए जाने के बाद हेमंत सोरेन जब अपने शपथ ग्रहण समारोह का न्यौता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को देने दिल्ली आए तो कई लोगों को हैरानी हुई क्योंकि उनकी पिछली पारी में इसी जोड़ी ने उनका राज करना मुश्किल कर दिया था और आखिर में लंबी जेल भी काटने को मजबूर किया था। चुनावी लड़ाई में भी चंपाई सोरेन और सीता सोरेन जैसे क़रीबी लोगों को तोड़कर भाजपा ने अपनी राजनैतिक लड़ाई को काफी हद तक सोरेन परिवार के खिलाफ निजी खुंदक जैसा बना लिया था।