कोरोना से दो-दो हाथ करने को लेकर इस समय दो मॉडलों की बड़ी चर्चा है। पहली, साढ़े तीन करोड़ की आबादी के राज्य केरल की है और दूसरी उससे कोई सौ गुना छोटे राजस्थान के भीलवाड़ा शहर की। केरल की कुल आबादी में कोई 95 लाख और भीलवाड़ा की कुल आबादी में पचास हज़ार मुसलिम हैं। केरल में 29 जनवरी को कोरोना का पहला केस दर्ज हुआ था और भीलवाड़ा में 20 मार्च को। केरल में अब तक के मृतकों की संख्या तीन है। 15 अप्रैल को केवल एक नया मामला सामने आया था। 16 अप्रैल को खाड़ी से लौटने वालों के ज़रूर कुछ नए मामले सामने आ गए। भीलवाड़ा में कोई भी नया मरीज़ नहीं मिला है।
कोरोना: मध्य प्रदेश में जो चल रहा है उसका दोषी कौन, क्या प्रधानमंत्री देख रहे हैं?
- विचार
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- 17 Apr, 2020

हो यह रहा है कि 45 दिनों की विफलताओं का ठीकरा फोड़ने के लिए कमज़ोर माथों की तलाश की जा रही है और इस काम में मदद के लिए चापलूसों की एक बड़ी ‘जमात’ भी जुटी हुई है। मुख्यमंत्री अगर कोरोना संकट के लिए तीन सप्ताह पहले ही बिदा हो चुकी कमलनाथ सरकार को ही दोषी ठहरा रहे हैं तो शिवराज सिंह की चिंता को समझा जा सकता है।