कांग्रेस के घोषणापत्र में लोगों के ज़िंदगी से जुड़ी तमाम ‘ठोस’ घोषणाओं के बाद सबकी निगाहें बीजेपी के घोषणापत्र पर लगी थीं। रविवार को पीएम मोदी ने तमाम वरिष्ठ बीजेपी नेताओं के साथ विकसित भारत की गारंटी वाले पार्टी का ‘संकल्प पत्र’ का ऐलान किया लेकिन इसमें भारत के दु:खों का कोई इलाज नहीं दिखा। उल्टा इन दुखों के प्रति जैसे आँख ही मूँद ली गयी हो। राहुल गाँधी ने ठीक ही कहा, “भाजपा के मेनिफेस्टो और नरेंद्र मोदी के भाषण से दो शब्द गायब हैं- महंगाई और बेरोजगारी। लोगों के जीवन से जुड़े सबसे अहम मुद्दों पर भाजपा चर्चा तक नहीं करना चाहती। 'INDIA' का प्लान बिलकुल स्पष्ट है- 30 लाख पदों पर भर्ती और हर शिक्षित युवा को 1 लाख की पक्की नौकरी। युवा इस बार मोदी के झांसे में नहीं आने वाला, अब वो कांग्रेस का हाथ मजबूत कर देश में ‘रोजगार क्रांति’ लाएगा।”