“सुभाष आज शायद दिल को कुछ भोजन देने के अलावा कोई दूसरी मानसिक खुराक नहीं दे रहे हैं। अब आवश्यकता इस बात की है कि पंजाब के नौजवानों को इन युगान्तरकारी विचारों को खूब सोच-विचार कर पक्का कर लेना चाहिए। इस समय पंजाब को मानसिक भोजन की सख्त जरूरत है और यह पण्डित जवाहरलाल नेहरू से ही मिल सकता है। इसका अर्थ यह नहीं है कि उनके अन्धे पैरोकार बन जाना चाहिए।”
शहादत दिवसः नेहरू के क्यों मुरीद थे भगत सिंह?
- विचार
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- 23 Mar, 2023
ऐसे समय में जब देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की छवि को खराब करने की कोशिश चल रही है, ऐसे में आज शहादत दिवस पर भगत सिंह याद आ रहे हैं, जिन्होंने नेहरू और नेताजी सुभाष चंद्र बोस के विचारों की तुलना की थी और कैसे नेहरू के विचारों से पंजाब के युवकों को सीखने को कहा था। पत्रकार-लेखक पंकज श्रीवास्तव ने इतिहास के उसी पन्ने को फिर से पढ़ा है।
