पूरे देश को अगर माफिया गिरोहों की दहशत से मुक्त कर विश्व का आदर्श राष्ट्र बनाना हो तो क्या उत्तर प्रदेश द्वारा किए जा रहे प्रयोगों पर संपूर्ण भारत या कम से कम भाजपा-शासित प्रदेशों में अमल प्रारंभ नहीं कर देना चाहिए? उत्तर प्रदेश में जिस प्राथमिकता के आधार पर माफिया गिरोहों के ख़िलाफ़ कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है उससे राज्य में अपराधियों की कुल संख्या और उनकी ताक़त का अनुमान लगाया जा सकता है! इसी प्रकार पूरे देश की स्थिति के बारे में भी कल्पना की जा सकती है।
क्या यूपी में 2024 की तैयारियाँ शुरू हो गई हैं?
- विचार
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- 22 Apr, 2023

यूपी में जो कुछ भी चल रहा है क्या उसे 2024 की तैयारियों के साथ जोड़कर भी देखा जा सकता है? जानिए, राज्य में हाल के घटनाक्रम क्या संकेत देते हैं।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़, पिछले छह वर्षों के दौरान अकेले उत्तर प्रदेश में ही पुलिस और अपराधियों के बीच दस हज़ार से ज़्यादा एनकाउंटर्स हो चुके हैं। लगभग छह हज़ार अपराधियों की धर-पकड़ इस दौरान हुई है। इससे समस्या की गंभीरता का पता चलता है।