ओडिशा के पुरी में 12वीं सदी के जगन्नाथ मंदिर का खजाना रत्न भंडार रविवार को 46 साल बाद दोपहर को फिर से खोला गया।
ओडिशा सरकार द्वारा गठित 11 सदस्यीय समिति के सदस्यों ने अपने प्रतिष्ठित खजाने को फिर से खोलने के लिए रविवार दोपहर को जगन्नाथ मंदिर में प्रवेश किया। राजकोष में प्रवेश करने वालों में उड़ीसा हाईकोर्ट के पूर्व जस्टिस बिश्वनाथ रथ, जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) के मुख्य प्रशासक अरबिंद पाधी, एएसआई अधीक्षक डीबी गडनायक और पुरी के नामधारी राजा 'गजपति महाराजा' के एक प्रतिनिधि शामिल हैं। रत्न भंडार में प्रवेश करने वाले लोगों में मंदिर के चार सेवक - पाटजोशी महापात्र, भंडार मेकप, चाधौकरण और देउलिकरन भी शामिल थे।
पुरी जगन्नाथ मंदिर का रत्न भंडार 46 साल बाद फिर खुला, क्या है इसके अंदर
- ओडिशा
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- 29 Mar, 2025
ओडिशा के पुरी में 12वीं सदी के जगन्नाथ मंदिर का खजाना रत्न भंडार रविवार 14 जुलाई को 46 साल बाद दोपहर को फिर से खोला गया। भाजपा ने हाल ही के लोकसभा और विधानसभा चुनाव में इसे मुद्दा बनाया था। लेकिन सबसे रोचक यह जानना है कि इस रत्न भंडार के अंदर क्या है। जानिएः
