उद्योगपति राहुल बजाज नहीं रहे। वह 83 वर्ष के थे। वह लंबे समय से कैंसर से पीड़ित थे। 2001 में उन्हें पद्म भूषण मिला था। उन्होंने 1965 में बजाज ग्रुप की ज़िम्मेदारी सँभाली थी और पिछले साल उन्होंने चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया था।। उन्हें बजाज ऑटो का पर्याय माना जाता था।
बजाज समूह के एक बयान में कहा गया है कि उद्योगपति का अपने क़रीबी परिवार के सदस्यों के बीच निधन हुआ।
Industrialist Rahul Bajaj, Former Chairman Of Bajaj Group, Dies At 83 - I am devastated - he was a dear dear friend and will miss him dearly. The country has lost a great son & nation builder. Om Shanthi 🙏 https://t.co/s8kpQ3dUia
— Kiran Mazumdar-Shaw (@kiranshaw) February 12, 2022
देश के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है कि 'विगत पॉंच दशकों से बजाज ग्रुप का नेतृत्व करने वाले राहुल जी का उद्योग जगत में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करे और परिजनों को संबल दे।'
यशस्वी उद्योजक, समाजसेवी और बजाज के पूर्व चेयरमैन राहुल बजाज जी को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि। पद्म भूषण से सम्मानित राहुल जी से मेरे अनेक वर्षों से व्यक्तिगत संबंध रहे हैं।
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) February 12, 2022
Rahul Bajaj was the one who put average Indians on two motorised wheels.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) February 12, 2022
In his passing away, we have lost a far sighted and outspoken business leader.
My sincere condolences to his family and numerous members of the Bajaj family and Bajaj group of business.
I am deeply shocked to learn about the sad demise of Padma Bhushan Shri Rahul Bajaj! The grandson of eminent freedom fighter Jamnalal Bajaj brought transformation in society especially in poor and middle-class people with his two-wheel technology - a Bajaj Bike!
— Sharad Pawar (@PawarSpeaks) February 12, 2022
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