भारत रत्न लता मंगेशकर की आवाज़ सिर्फ उनकी ही पहचान नहीं है।  उनकी आवाज़ के दिव्य स्पर्श से रसों को, भावों को भारतीय संगीत के तमाम राग-रागनियों को चेहरों में ढलते महसूस किया जा सकता है। लता मंगेशकर के गाये सैकड़ों गीतों को सुनने के बाद यह कहा जा सकता है कि उनकी आवाज़  मनुष्य के भीतर छुपी ऐन्द्रिकता को उकसाने के बजाय सीधे आत्मा को जगाती है।