मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक - ये वे शब्द हैं जो मेरे लिए महान नूरानी साहब का सटीक वर्णन करते हैं। 2019 में प्रकाशित अपनी आखिरी किताब, 'द आरएसएस: ए मेनस टू इंडिया' पर हस्ताक्षर करते हुए उन्होंने मेरे लिए लिखा, "मेरे अच्छे दोस्त क़ुरबान अली के लिए, बहुत ही आदर के साथ, एजी नूरानी, 2 अप्रैल 2019।"
एजी नूरानी की याद में! वह चलता-फिरता इनसाइक्लोपीडिया थे
- श्रद्धांजलि
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- 1 Sep, 2024

एजी नूरानी का लंबी बीमारी के बाद 29 अगस्त, 2024 को मुंबई में निधन हो गया। पढ़िए, उनके साथ काफी समय बिताने वाले क़ुरबानी अली उनको कैसे याद करते हैं।
इस किताब की भूमिका में उन्होंने लिखा कि "इस किताब को लिखने के लिए मैं बहुत सारे अपने दोस्तों का आभारी हूँ ख़ासकर सांसद असदुद्दीन औवेसी, एस. इफ्तिखार गिलानी, राष्ट्रीय ब्यूरो प्रमुख डीएनए, एक अनुभवी पत्रकार और प्रतिबद्ध समाजवादी क़ुरबान अली, और एसएसीएचआर के कार्यकारी निदेशक और मानवाधिकार कार्यकर्त्ता रवि नायर।"