अभय चंद छजलानी का आज़ प्रातः निधन हो गया। लम्बी अस्वस्थता के बाद। 4 अगस्त, 1934 में जन्मे अभय जी अगले वर्ष शतक से एक दशक कम 90 वर्ष के होते। लेकिन रुग्ण देह ने उन्हें इसकी इज़ाज़त नहीं दी और अतंतः भूलोक से उठ जाना पड़ा। निश्चित ही इस अंतिम विदाई के साथ स्वस्थ व उजली पत्रकारिता का पटाक्षेप हो गया।
अभय छजलानी का निधन: स्वस्थ व उजली पत्रकारिता का पटाक्षेप
- श्रद्धांजलि
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- 23 Mar, 2023

वरिष्ठ पत्रकार अभय छजलानी का आज निधन हो गया। जानिए उनका पत्रकारिता में क्या योगदान था और उन्हें कैसे याद किया जाएगा। वरिष्ठ पत्रकार रामशरण जोशी की क़लम से।
मेरा अभय जी से संपर्क 1978-79 के बीच हुआ और जनवरी, 1980 में नई दुनिया, इंदौर, के पत्रकारिता परिवार का विधिवत सदस्य भी बन गया। दैनिक के दिल्ली ब्यूरो प्रमुख के पद पर नियुक्ति मिली। तब से लेकर दो वर्ष पहले तक उनके साथ फोन से सम्पर्क बना रहा। मैंने क़रीब दो दशक तक अभय जी के सम्पादकीय नेतृत्व में ब्यूरो चीफ़ की हस्तक्षेपमुक्त भूमिका को सफलतापूर्वक निभाया। निजी व व्यावसायिक या पत्रकारीय रिश्तों के आधार पर उन्हें मैंने जैसा देखा -पाया था, उसी काल के अनुभव आपके साथ शेयर कर रहा हूँ।