मध्य प्रदेश के बहुचर्चित व्यावसायिक परीक्षा मंडल महाघोटाले की जाँच एक बार फिर पूरी तरह से ठंडे बस्ते में चली गई है। महाघोटाले की जाँच करने वाले एसटीएफ़ अफ़सरों और अमले को शिवराज सरकार ने कोरोना ड्यूटी में लगा दिया है। इस क़दम के बाद से मध्य प्रदेश की नई सरकार सवालों के घेरे में है।
व्यापमं महाघोटाले की जाँच ठंडे बस्ते में, एसटीएफ़ टीम कोरोना ड्यूटी में
- मध्य प्रदेश
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- 1 May, 2020

मध्य प्रदेश के बहुचर्चित व्यावसायिक परीक्षा मंडल महाघोटाले की जाँच एक बार फिर पूरी तरह से ठंडे बस्ते में चली गई है। महाघोटाले की जाँच करने वाले एसटीएफ़ अफ़सरों और अमले को शिवराज सरकार ने कोरोना ड्यूटी में लगा दिया है।
बता दें कि लगातार 15 साल तक मध्य प्रदेश की सत्ता पर काबिज़ रहने वाली बीजेपी की सरकार को पलटकर 2018 में मध्य प्रदेश की बागडोर संभालने वाली तत्कालीन कांग्रेस सरकार के मुखिया कमलनाथ ने व्यापमं महाघोटाले की फ़ाइलों से धूल हटाई थी। मुख्यमंत्री बनते ही कमलनाथ ने व्यापमं महाघोटाले को रि-ओपन किया था। साल 2014-15 से लंबित पड़ी 200 के लगभग शिकायतों की जाँच के अलावा पूर्व की लंबित जाँचों को नये सिरे से शीघ्र पूरा करने के आदेश उन्होंने दिये थे।