दुनिया की भीषणतम त्रासदियों में से एक भोपाल गैस कांड का जहरीला कचरा मध्य प्रदेश की मौजूदा मोहन यादव सरकार के लिए बड़ी मुसीबत का सबब बन गया है। कचरे के निपटान के प्रयास में मध्य प्रदेश के धार जिले में जबरदस्त बवाल जारी है। शुक्रवार को पूरे मामले को लेकर खुदकुशी की कोशिश हुई, जिसमें दो युवक बुरी तरह जख्मी हो गए।
भोपाल में 2 और 3 दिसंबर 1984 को भोपाल में गैस कांड हुआ था। अमेरिका की डाऊ कैमिकल कंपनी के यूनियन कार्बाइड कारखाने से जहरीली गैस मिथाइल आइसो साइनाड (एम.आई.सी.) का रिसाव हुआ था। हवा के रूख के साथ चली मिक गैस ने आधे भोपाल को गैस ने अपनी चपेट में लिया था। इस कांड में 5 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी और 5 लाख से ज्यादा लोग जख्मी हो गए थे।