loader
फाइल फोटो

शिवराज सिंह चौहान को टीम मोदी के लिए मिला विदिशा से लोकसभा का टिकट

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अंततः लोकसभा चुनाव के लिए विदिशा से टिकट दे दिया गया है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के मन की मुराद भी पार्टी ने पूरी कर दी।

बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के लिए पहली खेप में कुल 194 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। इसमें मध्यप्रदेश की 24 लोकसभा सीटों के लिए प्रत्याशियों के नामों का ऐलान भी किया गया है। 

विदिशा से शिवराज सिंह चौहान और गुना से ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रत्याशी बनाया गया है। 5 सीटों छिंदवाड़ा, इंदौर, उज्जैन, बालाघाट और धार के लिए अभी प्रत्याशी घोषित नहीं किए गए हैं। इन सीटों को होल्ड पर रखा गया है।

पूर्व अनुमान के अनुसार भोपाल से प्रज्ञा सिंह ठाकुर का टिकट काटकर उनकी जगह भोपाल के पूर्व मेयर आलोक शर्मा को टिकट दिया गया है। गुना से केपी सिंह यादव, सागर से राजबहादुर सिंह, रतलाम से जीएस डामोर, विदिशा से रमाकांत भार्गव, ग्वालियर से विवेक शेजवलकर के टिकट काटे गए हैं।

मध्य प्रदेश से और खबरें

पूर्व सांसदों की सीटों पर इन्हें मिला टिकट

मुरैना में शिवमंगल सिंह तोमर को टिकट दिया गया है, यहां से सांसद रहे नरेंद्र सिंह तोमर ने विधानसभा चुनाव लड़ा था। वे जीते एवं अभी विधानसभा अध्यक्ष हैं।  
इसी प्रकार सीधी से डॉ. राजेश मिश्रा को टिकट दिया गया है। यहां से सांसद रहीं रीति पाठक अब विधायक है। होशंगाबाद से दर्शन सिंह चौधरी को टिकट दिया गया है। यहां से सांसद रहे राव उदय प्रताप सिंह विधायक बनकर राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। 
जबलपुर से आशीष दुबे को टिकट दिया गया है। यहां से सांसद रहे राकेश सिंह विधायक बनकर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। 
बीजेपी ने चौंकाते हुए दमोह से उन राहुल लोधी को टिकट दिया गया है, जो 2020 में सिंधिया की बग़ावत के दौरान कांग्रेस में आये थे। दमोह से सांसद रहे प्रहलाद सिंह पटेल भी विधानसभा 2023 चुनाव में उतारे गए थे। विधायक बनकर वे भी मोहन यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। इस सीट पर कई दिग्गजों की नज़र थी, लेकिन सफल राहुल हुए।
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

मध्य प्रदेश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें