मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अंततः अपने काबीना सहयोगियों को विभाग बाँट दिये। विभागों के वितरण में उन्हें दस दिन लगे। विभाग वितरण में भी शिवराज सिंह की मजबूरी साफ़ तौर पर उभरी। दरअसल, अधिकांश भारी-भरकम और ‘मलाईदार’ विभाग ना चाहते हुए भी पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक मंत्रियों को देने पड़े। बीजेपी के मंत्रियों के हिस्से में ‘छाछ’ ही आ पायी।
शिवराज ने 10 दिन बाद बाँटे विभाग, सिंधिया समर्थकों को ‘मलाईदार’ मंत्रालय क्यों?
- मध्य प्रदेश
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- 13 Jul, 2020

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अंततः अपने काबीना सहयोगियों को विभाग बाँट दिये। विभागों के वितरण में उन्हें दस दिन लगे। अधिकांश भारी-भरकम और ‘मलाईदार’ विभाग ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक मंत्रियों को देने पड़े।
बता दें कि शिवराज ने अपनी काबीना का विस्तार दो जुलाई को किया था। विस्तार में सिंधिया समर्थक नौ और ग़ैर विधायकों को काबीना में जगह दी गई थी। जबकि कांग्रेस से बीजेपी में आये तीन पूर्व विधायकों को भी कैबिनेट में लिया गया था। कुल 28 चेहरे शिवराज ने मंत्रिमंडल में शामिल किये।