भाजपा नेतृत्व के साथ लंबी बातचीत के बाद, शिवराज सिंह चौहान ने जाति और क्षेत्रीय समीकरणों को संतुलित करने के लिए पार्टी के दिग्गज नेता गौरीशंकर बिसेन, उमा भारती के भतीजे राहुल सिंह लोधी और विंध्य नेता राजेंद्र शुक्ला को मंत्री बनाया है। जानिए पूरी राजनीतिः
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अंततः अपने काबीना सहयोगियों को विभाग बाँट दिये। विभागों के वितरण में उन्हें दस दिन लगे। अधिकांश भारी-भरकम और ‘मलाईदार’ विभाग ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक मंत्रियों को देने पड़े।
मध्य प्रदेश के मंत्रिमंडल विस्तार के ख़ास बिंदुओं पर वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार ने विशेष बातचीत की वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश हिंदुस्तानी (इंदौर) और राकेश अचल (ग्वालियर) से। पेश हैं उसके प्रमुख अंश।
केन्द्रीय मंत्री और बीजेपी की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने कैबिनेट के विस्तार को लेकर विरोध जताया है। उन्होंने दो टूक कहा है कि कैबिनेट के विस्तार में जातीय संतुलन की अनदेखी हुई है।
शिवराज मंत्रिमंडल का विस्तार आज होगा। कैबिनेट के विस्तार में आ ही रही दिक्कतों का समाधान ढूंढ लिया गया है। क्या ज्योतिरादित्य सिंधिया की माँगें पूरी हुईं?
जल्द ही शिवराज मंत्रिमंडल का विस्तार होने की संभावना है। कैबिनेट के विस्तार में तो दिक्कतें आ ही रही हैं कैबिनेट पोर्टफ़ोलियो बँटवारा विवाद भी बनने की संभावना है।
शिवराज सिंह चौहान ने अपनी कैबिनेट में सिंधिया खेमे के दो पूर्व विधायकों को भी मंत्री बनाया है। जबकि यही शिवराज ‘माफ करो महाराज’ को लेकर सिंधिया पर ख़ूब तंज कसते थे।