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केंद्रीय मंत्री पटेल के बेटे, भतीजे के ख़िलाफ़ जानलेवा हमले में केस दर्ज

नरेंद्र मोदी सरकार में संस्कृति और पर्यटन महकमा संभाल रहे स्वतंत्र प्रभार वाले राज्यमंत्री प्रहलाद पटेल के बेटे और सगे भतीजे के ख़िलाफ़ मध्य प्रदेश पुलिस ने जानलेवा हमले समेत कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया है। मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले की गोटेगाँव तहसील में सोमवार को हुई एक वारदात में जानलेवा हमले के अलावा गोलीबारी और बलवे की वारदात में पुलिस ने केन्द्रीय मंत्री के पुत्र एवं भतीजे के अलावा कुल 20 लोगों को आरोपी बनाया है। घटना में एक होमगार्ड सैनिक और एक अन्य युवक को गंभीर चोटें आई हैं। दोनों की ही जबलपुर रेफ़र किया गया है। आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस की टीमें छापामारी कर रही हैं।
मध्य प्रदेश के पुलिस मुख्यालय के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार गोटेगाँव के किसानी वार्ड में सोमवार की देर रात दो पक्षों में पुरानी रंजिश को लेकर जमकर विवाद हुआ है। विवाद में गोलियाँ भी चलाई गई हैं। गोली चलाने और जबरदस्त मारपीट में होमगार्ड सैनिक यशवंत राय और हिमांशु राठौर को गंभीर चोटें आई हैं। जख़्मी यशवंत राय की हालत चिंताजनक बताई गई है। यशवंत जबलपुर मेडिकल कॉलेज के आईसीयू में भर्ती हैं।
मोनू पटेल, प्रहलाद पटेल के सगे भाई जालम सिंह पटेल का बेटा है। जालम सिंह पटेल शिवराज सरकार में मंत्री रहे हैं। मोनू पटेल का नाम पहले भी कई बार इस तरह की वारदातों में सामने आया है। जालम सिंह जब मंत्री थे तब भी कुछ मामले हुए। प्रतिपक्ष ने उन्हें ख़ूब घेरा भी था। ताज़ा वारदात के बाद प्रहलाद पटेल के बेटे प्रबल पहली बार सुर्खियों में आये हैं।
Prahlad Patel minister narendra modi government - Satya Hindi
जख़्मी होमगार्ड सैनिक।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि घटना के बाद क्षेत्र में पुलिस की चौकसी बढ़ा दी गई है। अलग-अलग टीमें भी बनाई गई हैं। ये टीमें प्रबल और मोनू समेत सभी आरोपियों की सरगर्मी से तलाश कर रही हैं। शंका के आधार पर पुलिस ने सुबह से लेकर दोपहर तक कई जगहों पर छापे भी मारे हैं। एक अपुष्ट ख़बर तो यह भी है कि नरसिंहपुर पुलिस ने प्रबल और मोनू समेत आधा दर्जन आरोपियों को हिरासत में ले लिया है, हालाँकि अधिकारिक तौर पर अभी इसकी पुष्टि पुलिस ने नहीं की है।
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काम-धंधे को लेकर है पुराना झगड़ा

आरोपों के अनुसार, इस झगड़े की बड़ी जड़ रेत का अवैध उत्खनन है। मोनू पटेल का गोटेगाँव के खनन एरिया में भारी दबदबा है। अवैध उत्खनन से लेकर कई तरह के अवैध धंधों और भू-माफ़ियाओं से उनके तार जुड़े होने की शिकायतें भी रहीं हैं। कई मामले भी मोनू के खिलाफ दर्ज हुए हैं। अनेक मामलों में मोनू कोर्ट से बरी भी हुआ है। कहते हैं कि बीजेपी की सरकार में मोनू की मर्जी के बिना क्षेत्र में पत्ता भी नहीं हिलता था। सरकार बदलने के बाद सूरत बदली है। इसी के बाद से पटेल परिवार के ख़िलाफ़ पुराने विरोधी सक्रिय हैं। उनकी सक्रियता के चलते ही पुरानी रंजिश को लेकर ताज़ा वारदात हुई है।

पुलिस ने लगाई ये धाराएँ

पुलिस ने घायल हिमांशु राठौर की शिकायत पर प्रबल और मोनू पटेल सहित डेढ़ दर्जन से ज़्यादा लोगों के ख़िलाफ़ धारा 147,148, 149, 307, 305, 294, 323, 324, 427 के तहत अपराध दर्ज किया है। एक दर्जन ज्ञात आरोपी हैं, जबकि शेष अज्ञात बताये गये हैं।हिमांशु राठौर की ओर से पुलिस में दर्ज कराई गई रिपोर्ट के अनुसार 17 जून को वह अपने साथी राहुल राजपूत के साथ ग्राम कमोद में एक शादी में प्रखर गार्डन आया था। शादी के बाद जब राहुल और वह बाइक से बैलहाई आए तो रात क़रीब साढ़े ग्यारह बजे सुरेंद्र राय के घर के सामने प्रबल पटेल, दुर्गेश पटेल, सौरभ पटेल व उनके 5-6 साथी मिले, जो उन्हे गालियाँ दे रहे थे। जब उनसे गालियाँ देने का कारण पूछा तो सभी ने मारपीट शुरू कर दी। उसके बाद दोनों को प्रबल और उसके साथी अलग-अलग बाइक से एसआरजी ऑफ़िस ले गए और फिर मारपीट की।
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नरसिंहपुर के एसपी गुरूकरण सिंह ने मीडिया को बताया कि पुरानी रंजिश को लेकर सोमवार देर रात प्रबल और मोनू पटेल ने अपने कुछ साथियों के साथ हिमांशु राठौर तथा उनके सहयोगियों के साथ जमकर मारपीट की है। गोली चलाने की बात भी सामने आयी है। राठौर के एक जिस सहयोगी को गोली लगी है वह जबलपुर में भर्ती है। गोली चलाने की पुलिस तस्दीक करवा रही है। प्रबल और मोनू पटेल समेत 20 लोगों के ख़िलाफ़ हत्या के प्रयास समेत तमाम धाराओं में मुक़दमा दर्ज किया गया है। टीमें बनाई गई हैं। पुलिस टीमें आरोपियों की तलाश कर रही हैं।
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संजीव श्रीवास्तव
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