मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार में ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थक मंत्रियों की ‘डिनर डिप्लोमेसी’ के ‘साइड इफेक्ट्स’ दिखाई पड़ना शुरू हो गए हैं। नौकरशाही को लेकर अपने राजनीतिक आका सिंधिया के सामने दिल्ली में दुखड़े सुनाने पर समर्थक मंत्रियों को सिंधिया ने दो टूक मशविरा दिया था, ‘जनहित से जुड़े मुद्दों के लिए बिना परवाह वे ब्यूरोक्रेसी से भिड़ने में परहेज न करें।’ इस ‘शह’ के बाद सिंधिया समर्थक मंत्री बुधवार को कैबिनेट की बैठक में सीधे कमलनाथ से ही ‘भिड़’ गये। हालात ऐसे बने कि दूसरे मंत्रियों को कमलनाथ के ‘बचाव’ में आगे आना पड़ा और जमकर हुज्ज़तबाज़ी हुई।