कौन थे संत प्रभाकर शास्त्री?
बता दें, 85 वर्षीय संत पंडित देव प्रभाकर शास्त्री के अनुयायी देश भर में हैं। बीते कुछ दिनों से वह बीमार थे। आठ मई को उन्हें पैरालिसिस का अटैक आया था। संत का दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में इलाज चला था। उन्हें एम्स में भी दिखलाया गया था। वहाँ ठीक नहीं होने के बाद शनिवार को उन्हें एअर एंबुलेंस से जबलपुर लाया गया था और जबलपुर से गृह नगर कटनी ले जाया गया था।अंतिम यात्रा में भारी भीड़
प्रशासन के अनुरोध पर अंतिम यात्रा सुबह साढ़े दस बजे निकाली गई। इसके बावजूद हजारों की संख्या में अनुयायी जुट गये। अंतिम यात्रा में शामिल लोगों से प्रशासन बार-बार सोशल डिस्टैंसिंग के पालन का अनुरोध करता रहा, लेकिन ज़बरदस्त भीड़ की वजह से इसका पालन नहीं हो सका।सेलेब्रिटी भक्त
फिल्म स्टार आशुतोष राणा और राजपाल यादव ‘दद्दा’ के बड़े भक्तों में शुमार हैं। शिवराज सरकार में मंत्री रहे संजय पाठक का नाता भी ‘दद्दा’ के सबसे बड़े शिष्यों वाला था। ‘दद्दा’ जब से बीमार पड़े थे तब से संजय पाठक और आशुतोष राणा मुख्य रूप से उनकी सेवा में जुटे हुए थे। राणा तो पिछले करीब डेढ़ महीनों से अपना काम-काज छोड़कर कटनी और दिल्ली में ही बने हुए थे।प्रशासन पर उठते सवाल
बहरहाल, कटनी में ‘दद्दा’ की अंतिम यात्रा और उन्हें पंचतत्व में विलीन किये जाने के दौरान जुटी अनुयायियों की भीड़ को लेकर ज़िला प्रशासन और सरकार सवालों के घेरे में है। कोरोना संक्रमण के तेजी से फैलाव की वजह से देश भर में लाॅकडाउन है। आज से शुरू हुए लाॅकडाउन-4 में अनेक शर्तों के साथ कुछ छूटें दी गई हैं।मध्य प्रदेश में ‘कोविड-19’ से जुड़े प्रोटोकाॅल के तहत अंतिम यात्रा और अंत्येष्टि में अधिकतम 20 लोगों के ही शामिल होने की अनुमति है। बावजूद इसके हज़ारों लोगों के जुटने पर सवाल उठ रहे हैं।
छह अरब शिवलिंगों का निर्माण
संत पंडित देव प्रभाकर शास्त्री बड़े शिव भक्त थे। देश भर उनकी ख्याति थी। मिट्टी के शिव लिंग निर्माण कार्यक्रमों के उनके आयोजन मशहूर हुआ करते थे। संत जी ने इस तरह के कार्यक्रमों में छह अरब से ज्यादा शिवलिंगों का निर्माण कराया था।शिवराज, कमलनाथ, दिग्विजय ने जताया शोक
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं दिग्विजय सिंह ने भी पंडित देव प्रभाकर शास्त्री के निधन पर गहरा शोक जताते हुए उनके निधन को आध्यात्मिक क्षेत्र की बड़ी क्षति बताया।शिवराज की पत्नी पहुँची थी कटनी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान की पत्नी साधना सिंह भी दद्दा का कुशल क्षेम जानने के लिए रविवार दोपहर को कटनी पहुँची थीं। रविवार को ही कटनी पहुँचने वाले जाने-माने चेहरों में बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, मध्य प्रदेश विधानसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष और बीजेपी के वरिष्ठ विधायक गोपाल भार्गव समेत दर्जनों लोग थे। रविवार को कटनी में जुटी भीड़ को लेकर भी सवाल उठाये गये थे।लाॅकडाउन तोड़ने का दूसरा बड़ा मामला
कटनी से पहले मध्य प्रदेश के सागर जिले के बंडा ब्लाॅक में जैन मुनि के विहार (यात्रा) में अनुयायियों के उमड़ने का मामला पिछले सप्ताह सामने आया था। लाॅकडाउन तोड़ने के आरोप में पुलिस ने 5 नामजद और सौ से ज्यादा अनाम लोगों के ख़िलाफ़ मुकदमा कायम किया हुआ है।
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