मध्य प्रदेश के मंडला जिले में गोकशी (गोहत्या) के ‘सच’ को लेकर रार छिड़ी हुई है। बकरीद के ठीक पहले गोकशी-गोहत्या के आरोप में 11 मुसलमानों के घरों पर बुलडोजर चला दिए गए थे। बेघर हो गए अनेक लोग दावा कर रहे हैं, ‘शक के आधार पर पुलिस को छापामारी में उनके घरों से गोमांस या गोमांस की तस्करी से जुड़े कोई सबूत नहीं मिले, फिर भी बिना नोटिस के मुसलमानों के 11 घर ढहा दिए गए।’
एमपी के मंडला में गोकशी के आरोपों का ‘सच’ क्या?
- मध्य प्रदेश
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- 19 Jun, 2024

मध्य प्रदेश के मंडला में पहले गोहत्या का आरोप लगा और फिर 11 घरों पर बुलडोजर चला दिया गया। आरोप लगा कि ये घर अवैध निर्माण थे। जानिए, आख़िर इस मामले का सच क्या है।
मध्य प्रदेश के मंडला जिले के बैंसवाही गांव में बीते सप्ताह प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की थी। गोकशी के आरोप और पुलिस द्वारा मुकदमा कायम किए जाने के बाद 11 घरों को बुलडोजर के जरिये जमींदोज कर दिया गया था। पीड़ित लोगों का आरोप है कि कोई सबूत नहीं मिलने के बाद आनन-फानन में कार्रवाई की गई थी। लोगों को अपनी गृहस्थी तो छोड़िए खान-पान का सामान और कपड़े-लत्ते निकालने तक का समय कार्रवाई करने वाले अमले ने नहीं दिया था।
बैंसवाही गांव में आदिवासी और मुस्लिम समुदायों को मिलाकर एक हजार से ज्यादा निवासी हैं। पूरे गांव में लगभग 80 मुस्लिम घर हैं। सामने आया है कि लगभग 15 हजार वर्ग फुट सरकारी भूमि पर बने लगभग 27 घरों पर जिला प्रशासन टीम ने छापामार कार्रवाई करते हुए 11 घरों को मलबे में बदल दिया था।