मध्य प्रदेश के खरगोन से धर्म के प्रति कट्टरता को दर्शाने वाली तसवीर सामने आयी है। चोरी के शक में एक युवक की बेरहमी से पिटाई करने और उसका धर्म जानने के लिये अंडरवियर उतरवाकर देखने का वीभत्स वीडियो वायरल हुआ है। मारपीट करने के आरोप में चार नामजद और कुछ अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ पुलिस ने एफआईआर की है। एक पुलिसकर्मी को सस्पेंड भी किया गया है।
जानकारी के अनुसार मामला खरगोन के औद्योगिक क्षेत्र निमरानी की नर्मदा फूड कंपनी का है। कंपनी के चार कर्मचारियों पर युवक को बेरहमी से पीटने का आरोप है। बेरहमी के साथ पिटाई के शिकार हुए युवक का नाम आदित्य रोकड़े है।
वायरल हुए वीडियो में चार लोग आदित्य की बेरहमी से पिटाई करते नज़र आ रहे हैं। वह हाथ-पैर जोड़ रहा है। चीख रहा है। उसकी नहीं सुनी जा रही है। लगातार पीटा जा रहा है। उसका पैंट उतारी जा रही है। अंडरवियर खिसकाकर धर्म जानने का प्रयास किया जा रहा है।
भागवती ने कहा, ‘आदित्य ने बचने का प्रयास किया, लेकिन मारपीट करने वाले नहीं रुके। लात-घूसे, डंडों से उसे पीटा। उसके कपड़े उतार दिये। पीटने वाले पूछ रहे थे, मुसलमान हो। बेटे ने कहा- हिन्दू हैं। पिता अपंग हैं। मां और अन्य परिवाजन भी हैं। पिता का नाम संजय है। पिटाई करने वाले संतुष्ट नहीं हुए। धर्म जानने के लिये आदित्य का अंडरवियर उतारकर देखा।’
भागवती का यह भी आरोप है कि मारपीट के दौरान गश्ती पुलिस मौके पर आयी। बेटे को पुलिस के सामने पीटा जाता रहा। किसी ने आरोपियों को रोकने और उसके बेटे को बचाने का प्रयास नहीं किया। पिटाई करने वाले बोल रहे थे जिंदा जला दो। गोली मार दो। पुलिस वाले मूक दर्शक बने रहे।
पूरा घटनाक्रम 2 अगस्त का है। इससे जुड़ा वीडियो 5 अगस्त को वायरल हुआ। इसके बाद पुलिस हरकत में आयी। मारपीट करने वालों की पहचान की। मुकदमा कायम कर धरपकड़ शुरू की।
पुलिस ने बताया है कि कंपनी से गेहूं की बोरियां चोरी हुई हैं। कर्मचारियों का आरोप है कि चोरी की घटना को आदित्य ने अंजाम दिया है। पुलिस ने आदित्य के खिलाफ भी मामला कायम करते हुए उसे गिरफ्तार किया है। चोरी के मामले की जांच भी पुलिस कर रही है।
खरगोन एसपी धर्मवीर सिंह यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा है, ‘मामले में हिन्दू-मुस्लिम जैसी कोई बात नहीं है। घटना सामने आने के बाद रितेश शर्मा, रामविलास चौधरी, बबलू दौड़वे और चेतन पाटिल सहित कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर की गई है। बारीकी के साथ मामले की छानबीन की जा रही है।
उन्होंने बताया कि सभी के खिलाफ मारपीट करने, बंधक बनाने और हमला करने की धाराएं लगाई गई हैं। घटना वाले क्षेत्र से लगी चौकी के प्रभारी राजेन्द्र बघेल को मामले की जानकारी आला अधिकारियों को नहीं देने की चूक और लापरवाही करने के आरोप में सस्पेंड किया गया है।
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