सुप्रीम कोर्ट के फ्लोर टेस्ट के आदेश और स्पीकर एनपी प्रजापति द्वारा कांग्रेस के 16 बाग़ी विधायकों के इस्तीफ़े मंजूर कर लिए जाने के बाद मध्य प्रदेश की 15 महीने पुरानी कमलनाथ सरकार के बच पाने की संभावनाएँ लगभग ख़त्म हो गई हैं। फ्लोर टेस्ट के लिए दो बजे का समय सुनिश्चित किया गया है। चूँकि राजनीति में कई बार असंभव बात भी संभव हो जाया करती है, लिहाज़ा मुख्यमंत्री कमलनाथ और कांग्रेस के मैनेजर्स हार मानने को तैयार नहीं हैं। मुख्यमंत्री कमलनाथ के पास अब ‘तीन रास्ते’ ही नज़र आ रहे हैं।
मध्य प्रदेश: फ्लोर टेस्ट आज दो बजे, अब कमलनाथ के पास बचे हैं ये तीन रास्ते
- मध्य प्रदेश
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- 20 Mar, 2020

सुप्रीम कोर्ट के फ्लोर टेस्ट के आदेश और स्पीकर एनपी प्रजापति द्वारा कांग्रेस के 16 बाग़ी विधायकों के इस्तीफ़े मंजूर कर लिए जाने के बाद कमलनाथ सरकार के बच पाने की संभावनाएँ लगभग ख़त्म हो गई हैं। फ्लोर टेस्ट के लिए दो बजे का समय सुनिश्चित किया गया है।
तमाम ताज़ा राजनीतिक हालातों के बाद अब यही सवाल हैं, ‘क्या करेंगे कमलनाथ? क्या कमलनाथ अपनी सरकार को बचाने में कामयाब हो पायेंगे? ये और ऐसे अनेक सवाल आम जनता से लेकर मीडिया तक और राजनैतिक से लेकर प्रशासनिक गलियारों तक में उठ रहे हैं। वैसे, कमलनाथ सरकार का जाना तो उसी दिन तय हो गया था जिस दिन ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस का ‘हाथ’ छोड़कर बीजेपी का भगवा दुपट्टा अपने गले में डाल लिया था। सिंधिया ने नरेंद्र मोदी और अमित शाह की 'ऊँगली पकड़ने' के ठीक पहले अपने खेमे के 19 विधायकों को बीजेपी को ‘सौंप’ दिया था।