मध्य प्रदेश की धर्म नगरी चित्रकूट में आयोजित हिन्दू एकता महाकुंभ का मंच बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महिमा मंडन और विरोधी राजनैतिक दलों की आलोचना का साक्षी बना। आयोजन स्थल पर उत्तर प्रदेश चुनाव के रंग भी बिखरे।
पद्मविभूषण जगतगुरू रामभद्राचार्य महाराज महाकुंभ के आयोजक हैं। तीन दिवसीय महाकुंभ के आयोजन का बुधवार को दूसरा दिन था।
महाकुंभ को पूर्णतः गैर राजनीतिक आयोजन बताया जाता रहा। भाजपा के कई नेता आयोजन में पहुंचे। दावा किया गया, ‘वे पार्टी कार्यकर्ता नहीं बल्कि धर्म के पैरोकार होने के नाते आयोजन में शामिल हुए हैं।’
दिल्ली के भाजपा सांसद और दिल्ली भाजपा के पूर्व अध्यक्ष मनोज तिवारी मंगलवार शाम को ही चित्रकूट पहुंच गये थे। बुधवार को उन्होंने जगद्गुरु रामभद्राचार्य महाराज का आशीर्वाद लिया।
तिवारी मंच पर पहुंचते ही बीजेपी नेता वाले रंग में सराबोर दिखलाई पड़े। उन्होंने भोजपुरी भजनों के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जमकर ‘स्तुतिगान’ किया। भजन के जरिये ही विपक्षियों पर जमकर हमला भी बोला। उनके ‘भजनों’ पर खूब तालियां बजीं। तिवारी के भजनों के ‘रसों’ का महाकुंभ के ‘धर्मप्रेमियों’ ने भरपूर ‘आनंद’ लिया। वे खासे प्रफुल्लित भी नज़र आये।
तिवारी ने विपक्षियों पर निशाना साधते हुए गाया, ‘देश में सतर्क रहना है मेरे भाइयों बहनों, हैं - गिद्ध खड़े सर पर बस मौत मनाएंगे, हम को फुसलाएंगे फिर बांटकर खाएंगे।’
भजन के माध्यम से परोसी गई ‘खुराक़’ के बाद तिवारी मीडिया के केन्द्र में रहे। भजन के ‘अर्थ’ पूछे गये तो तिवारी ने कहा, ‘गिद्ध वही हैं जिन्होंने कश्मीरी पंडितों को नोच कर खाया। गिद्ध वही हैं जो लोग लगातार इस देश में समय-समय पर भयानक रूप से लोगों को यातनाएं देते रहे। गिद्ध वही हैं जो 370 केवल पांच साल के लिए लगाकर 70 साल तक खींच ले गए। गिद्ध वही हैं जो चुनाव में शांति के तरीके से आते हैं और चुनाव बाद गुंडा गर्दी करते हैं, ऐसे लोगों को मैं गिद्ध कहता हूं।’
समाजवादी पार्टी के चीफ अखिलेश यादव के पीएम मोदी के बनारस दौरे पर दिए गए बयान के बारे में सवाल किये जाने पर मनोज तिवारी ने चुटकी लेते हुए कहा, ‘अखिलेश जी को शास्त्र पता नहीं होगा। जो दूसरे की मृत्यु की कामना करते हैं, महादेव उसकी खुद ही खोज खबर लेते हैं।’
उन्होंने सपा अध्यक्ष पर टिप्पणी करते हुए कहा कि जो शख्स मुख्यमंत्री रह चुका हो उनके द्वारा पीएम को लेकर अभद्र एवं विवादित टिप्पणी अखिलेश जी की बौखलाहट को दर्शाती है। देश के लोगों ने मोदी जी और योगी जी पर जो विश्वास उनके कामों के आधार जताया है, वह अतुलनीय है।’
तिवारी ने आगे कहा, ‘यूपी में संभावित हार को देखकर अखिलेश जी अभी से विचलित हैं और उलजुलूल बयानबाजी कर रहे हैं। इसीलिए मैंने गाया, जो शिव को सजाए हैं - हम उनको सजाएंगे, यूपी में फिर भगवा लहराएंगे।’
भागवत ने दिलाया संकल्प
राष्ट्रीय स्वयं संघ के प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने महाकुंभ में शामिल हुए लोगों को संकल्प दिलाया। उन्होंने कहा, ‘सभी मिलकर संकल्प लीजिये, हिन्दू धर्म छोड़कर गए भाई-बहनों की घर वापसी कराएं और उन्हें अपने परिवार का हिस्सा बनाएं।’
डॉ. भागवत ने धर्मावलंबियों को हिन्दू बहनों की अस्मिता और सम्मान की रक्षा करने की प्रतिज्ञा भी दिलाई। भागवत ने अपने संबोधन में कहा, ‘कलियुग में एकता की शक्ति है। इसलिए हमें अहंकार और स्वार्थ को छोड़कर काम करना पड़ेगा।’
‘काशी के बाद मथुरा की बारी’
महाकुंभ में जगदगुरू रामभद्राचार्य महाराज ने कहा, ‘हमने हिन्दुओं के हितों की शुरूआत कर दी है। A से अयोध्या, K से काशी के बाद अब M से मथुरा की बारी है।’
एक दर्जन मुद्दे रहे एजेंडे में
महाकुंभ में हिन्दुओं के साथ कथित अन्याय, मठ-मंदिर सुरक्षा, धर्मातरण पर रोक, जनसंख्या नियंत्रण, राष्ट्रवाद, समान नागरिक संहिता, लव जिहाद, गोरक्षा और सामाजिक समरसता समेत एक दर्जन मुद्दे चर्चा का विषय रहे।
‘यूपी चुनाव पहले पायदान पर’
बता दें साल 2022 के शुरूआती महीनों में उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने हैं। यूपी का चुनाव भाजपा और उसके आनुषांगिक संगठनों के लिए नाक का सवाल बन चुका है।
प्रेक्षक, यूपी चुनाव के नतीजों को 2024 में होने वाले आमचुनाव की दशा और दिशा तय करने वाले बता रहे हैं।
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