कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को मध्य प्रदेश में कहा है कि, आज देश में सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार है लेकिन इन मुद्दों को टीवी पर कभी नहीं दिखाया जाता है। टीवी पर 24 घंटे अंबानी की शादी, बॉलीवुड स्टार दिखाए जाते हैं।आपके मुद्दे इसलिए दिखते, क्योंकि मीडिया पर आम जनता का नहीं बल्कि अरबपतियों का कंट्रोल है।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के तीसरे दिन सोमवार की सुबह राहुल गांधी शिवपुरी पहुंचे। यहां उन्होंने कहा कि, एससी, एसटी, आदिवासी और गरीब जनरल कास्ट के लिए पहले पब्लिक सेक्टर में बीएसएनएल, एचईएल, बीएचईएल जैसी जगह नौकरियां मिलती थीं।
मोदी सरकार ने इन सभी नौकरियों को खत्म कर दिया। उन्होंने कहा कि, देश में पहले युवाओं के पास पब्लिक सेक्टर, पुलिस, सेना में जाने का मौका होता था। आज सारे रास्ते बंद कर दिए गए हैं, सेना में अग्निवीर आ गया, पब्लिक सेक्टर को प्राईवेटाइज कर दिया गया। देश के बड़े-बड़े संस्थानों को आज चंद लोगों के हाथ में सौंप दिया गया है।
राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश में सोमवार को भी जाति जनगणना का मुद्दा उठाया और कहा कि, जातिगत जनगणना सामाजिक न्याय के लिए क्रांतिकारी कदम है।
युवा वर्षों मेहनत करके पढ़ाई करता है लेकिन जब वह परीक्षा देने जाता है तो किसी अमीर छात्र के पास पहले से ही फोन पर पेपर होता है। इस कारण गरीब छात्र की वर्षों की मेहनत और समय खराब हो जाता है। देश में रोजगार का ये हाल है।
उन्होंने कहा कि पिछले साल हमने 'भारत जोड़ो यात्रा' की, जिसमें हम हजारों लोगों से मिले। 'भारत जोड़ो यात्रा' से संदेश निकला कि यह देश मोहब्बत का है, नफरत का नहीं। लेकिन अगर नफरत फैलती है तो उसका कारण अन्याय है। अगर देश में अन्याय बढ़ता है तो लोगों को डर लगता है, जिससे उनको लड़ाना आसान हो जाता है। इसलिए हमने भारत जोड़ो न्याय यात्रा में 'न्याय' शब्द जोड़ा है।
कांग्रेस चाहती है कि, देश की जनता के जेब में पैसे आएं, आपके लिए बैंक के दरवाजे खुलें। कांग्रेस पार्टी चाहती है कि आपका कर्ज माफ हो, आपको रोजगार मिले, देश में महंगाई कम हो, इसीलिए हमने 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' शुरू की है।
बताया कहां कितने पद हैं खाली
राहुल गांधी ने एक्स पर भी लिखा है कि, देश के युवाओं एक बात नोट कर लो! नरेंद्र मोदी की नीयत ही रोज़गार देने की नहीं है। नए पद निकालना तो दूर वह केंद्र सरकार के खाली पड़े पदों पर भी कुंडली मार कर बैठे हैं। अगर संसद में पेश किए गए केंद्र सरकार के आंकड़ों को ही मानें तो 78 विभागों में 9 लाख 64 हज़ार पद खाली हैं। महत्वपूर्ण विभागों में ही देखें तो रेलवे में 2.93 लाख, गृह मंत्रालय में 1.43 लाख और रक्षा मंत्रालय में 2.64 लाख पद खाली हैं। क्या केंद्र सरकार के पास इस बात का जवाब है कि 15 प्रमुख विभागों में 30 प्रतिशत से अधिक पद खाली क्यों हैं?
राहुल ने कहा है कि, ‘झूठी गारंटियों का झोला’ लेकर घूम रहे प्रधानमंत्री के अपने ही कार्यालय में बड़ी संख्या में अति महत्वपूर्ण पद खाली क्यों हैं? स्थाई नौकरी देने को बोझ मानने वाली भाजपा सरकार लगातार संविदा व्यवस्था को बढ़ावा दे रही है, जहां न सुरक्षा है और न सम्मान।
खाली पड़े पद देश के युवाओं का हक़ हैं और हमने इन्हें भरने के लिए एक ठोस प्लान तैयार किया है। इंडिया का संकल्प है, हम युवाओं के लिए नौकरी के बंद द्वार खोल देंगे। बेरोज़गारी के अंधेरे को चीर कर युवाओं के भाग्य का सूर्योदय होने वाला है।
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