मध्य प्रदेश में स्थानीय निकाय के चुनावों के टिकट वितरण में बीजेपी हाईकमान ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा के ‘सर्वे’ को दरकिनार कर दिया है। लंबी माथापच्ची के बाद मंगलवार देर शाम कुल 16 नगर निगमों में से 14 के लिए मेयर पद के घोषित टिकटों ने बीजेपी नेताओं को भी चौंका दिया है। आधे टिकट आरएसएस पृष्ठभूमि वाले ऐसे चेहरों को दिये गये हैं जो अनजान हैं अथवा बहुत ही मामूली तौर पर पहचाने जाने वाले हैं।
एमपी: मेयर की 7 सीटों पर संघ से जुड़े नेताओं को मिला बीजेपी का टिकट
- मध्य प्रदेश
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- 29 Mar, 2025

बीजेपी हाईकमान अपने फैसलों से सभी को चौंकाता है। मध्य प्रदेश में स्थानीय निकाय के चुनावों के टिकट वितरण में भी ऐसा ही कुछ देखने को मिला है। बीजेपी ने जाने-पहचाने और जीत के हिसाब से ज्यादा भरोसेमंद दावेदारों को दरकिनार करते हुए इंदौर सहित सात अहम नगर निगमों में ऐसे चेहरों को टिकट दे दिये हैं, जिन्हें बीजेपी नेता ही ठीक से नहीं पहचानते हैं। ये सभी चेहरे आरएसएस पृष्ठभूमि वाले हैं।
देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में अनेक दावेदार थे। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और राज्य के कद्दावर नेता कैलाश विजयवर्गीय, लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष और कई बार इंदौर की सांसद रहीं सुमित्रा महाजन सहित तमाम नेताओं की पसंद को दरकिनार करते हुए पुष्यमित्र भार्गव को टिकट दिया गया है। एमफिल (लॉ) शिक्षित भार्गव का नाम दूर-दूर तक चर्चाओं में नहीं था। उन्हें एडिशनल एडवोकेट जनरल पद से इस्तीफा दिलाकर चुनाव मैदान में उतारा गया है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में रहना और राष्ट्रीय स्वयं संघ में सक्रियता उनके टिकट की सीढ़ी बनी।