मध्य प्रदेश के पालपुर कूनो राष्ट्रीय वन्य अभ्यारण्य में एक के बाद एक 8 चीतों की मौतों की बड़ी वजह ‘नौकरशाहों में टकराव एवं अहम की लड़ाई’ और समुचित तरीक़े से इनकी देखरेख में कमियाँ तो नहीं हैं? ये और ऐसे अनेक सवाल चीता विशेषज्ञों से बातचीत एवं उनकी प्रतिक्रियाओं से उभरकर सामने आये हैं। एक एक्सपर्ट ने तो दो टूक कहा है, ‘कूनो में चीतों को बसाने का निर्णय नोटंबदी जैसा फ़ैसला है।’