कुमार विश्वास राष्ट्रीय स्वयं संघ पर एक विवादित टिप्पणी कर फँस गए हैं। उन्होंने कथित तौर पर आरएसएस का ज़िक्र करते हुए कुपढ़ और अनपढ़ वाली टिप्पणी की थी। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस ने उन्हें निशाने पर ले लिया है। बीजेपी ने दो टूक कह दिया है, “कुमार विश्वास कथा पढ़ें, प्रमाण पत्र ना बांटे।”
कुमार विश्वास उज्जैन में रामकथा कर रहे हैं। उनकी कथा के तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजक मध्य प्रदेश सरकार का संस्कृति विभाग है। रामकथा में मंगलवार को कुमार विश्वास ने एक प्रसंग के दौरान एक कथित उदाहरण पेश किया। इस “उदाहरण” में उन्होंने कुपढ़ और अनपढ़ वाली टिप्पणी की।
कथा के दौरान कुमार विश्वास ने कहा, ‘3-4 साल पुरानी बात है। बजट आने वाला था। मैं अपने घर स्टूडियो पर खड़ा था, एक बच्चे ने मोबाइल ऑन कर दिया। वो बच्चा हमारे साथ काम करता है। संघ में काम करता है। राष्ट्रीय सवयं सेवक संघ में काम करता है, मुझसे बोला भैया बजट आ रहा है, कैसा आना चाहिए? मैंने कहा तुमने तो रामराज्य की सरकार बनाई है तो रामराज्य वाला बजट आना चाहिए, तो वो बोला रामराज्य में कहां बजट होता था। मैंने कहा, समस्या तुम्हारी यही है कि वामपंथी तो कुपढ़ हैं और तुम अनपढ़ हो। इस देश में दो ही लोगों का झगड़ा चल रहा है। एक वामपंथी है वो कुपढ़ हैं, उन्होंने पढ़ा सब है, लेकिन गलत पढ़ा है, और एक ये वाले हैं, जिन्होंने पढ़ा ही नहीं है। ये सिर्फ बोलते हैं हमारे वेदों में, देखे नहीं है कैसे है, भाई पढ़ भी लो।”
दिलचस्प यह है कि कुमार विश्वास की कथा के दौरान राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव, पूर्व मंत्री पारस जैन, स्थानीय पार्टी सांसद-नेतागण और संघ के लोग भी मौजूद थे। उन्होंने चिरौरी करते हुए जब आरएसएस को अनपढ़ कहा तो मौजूद नेताओं के चेहरों पर हवाइयाँ उड़ गईं।
कुमार विश्वास को चेताया
उधर बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता राजपाल सिसोदिया ने कहा, ‘कथा करने आए हो, कथा करो, प्रमाणपत्र मत बांटो श्रीमान।”
उन्होंने ट्वीट किया, ‘तुम्हारा स्वागत करने आना पड़ेगा, कथा के लिए बुलाया गया, वह छोड़ बाकी सब करेंगे। अधूरे पढ़े-लिखे लोग आपसे तो हमारे कथित अनपढ़ कई गुना ज्यादा अच्छे हैं।’
कुमार विश्वास ने दी सफ़ाई
तमाम विवाद और बीजेपी-संघ की चेतावनियों के बीच कुमार विश्वास ने बुधवार को वीडियो बयान जारी कर सफ़ाई पेश की है। अपनी सफ़ाई में आरएसएस के उदाहरण को समझ पाने में गफ़लत की बात कही है।
उन्होंने कहा है, ‘कुछ विघ्न संतोषियों ने उदाहरण को अकारण तूल दिया है। कथा को भंग करने की बात कर रहे हैं।’ कुमार ने तंज भरे अंदाज़ में सवाल उठाकर यह भी कहा, ‘राम की कथा को कौन भंग करता है, मालूम है ना?’
कुमार ने वीडियो बयान में यह भी कहा है, “वे कल भी अस्वस्थ थे और आज भी स्वास्थ्य ठीक नहीं है। बुख़ार से ग्रसित हैं। आज नया प्रसंग सुनायेंगे। शंकर के राम वाले आज के प्रसंग को शांत चित्त से सुनने हेतु उत्सवधर्मी पधारें।’
इस विवाद के बीच ख़बर है कि कुमार विश्वास के पोस्टर फाड़े गए हैं। पुलिस बल और कुमार विश्वास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इधर सोशल मीडिया पर राम कथा की आयोजक महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ के नाम से दो अलग-अलग फर्जी पत्र साझा किए जा रहे हैं। शोधपीठ के निदेशक श्रीराम तिवारी ने ही उन दोनों पत्रों को फर्जी क़रार दिया है और कहा है कि राम कथा अपने तय कार्यक्रम के अनुसार ही 21 से 23 फ़रवरी तक सुचारू रूप से जारी रहेगी।
श्रीराम तिवारी ने सत्य हिंदी से कहा है, 'दोनों पत्र फ़र्ज़ी हैं। कार्यक्रम जारी है।' अज्ञात तत्वों के खिलाफ कल एफआईआर कराने की बात भी उन्होंने कही है।
अपनी राय बतायें