पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बाद अब पूर्व केन्द्रीय मंत्री और मध्य प्रदेश विधानसभा के वरिष्ठ सदस्य कांतिलाल भूरिया इसी महीने हुए एक राजनैतिक विवाद को लेकर मुश्किल में फँस गए हैं। कई संगीन धाराओं में भूरिया और उनके बेटे पर दर्ज हुई एफ़आईआर के बाद कोर्ट ने भूरिया की अग्रिम जमानत याचिका को खारिज़ कर दिया है। भूरिया पर अब गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है।