मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण के ख़िलाफ़ लड़ाई चल रही है, लेकिन इस बीच राजनीतिक हलचल तेज़ होने से उपचुनावों की आहट भी साफ़ तौर पर सुनाई देने लगी है। दो महीने पहले सत्ता गँवाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उपचुनावों के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थक पूर्व विधायकों की 'घेराबंदी' तेज़ कर दी है। उनकी निगाह बीजेपी के असंतुष्टों पर टिकी है। सत्ता में आयी बीजेपी और सरकार के मुखिया शिवराज सिंह भी सियासी दाँव खेलने में जुटे हुए हैं। कांग्रेस की सरकार गिराने में महती भूमिका निभाने वाले कांग्रेस के पूर्व विधायक भी बीजेपी से टिकट हासिल करने की जुगत में हैं।
कमलनाथ ने शुरू की सिंधिया की ‘घेराबंदी’, मध्य प्रदेश में उपचुनाव की आहट?
- मध्य प्रदेश
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- संजीव श्रीवास्तव
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- 22 May, 2020

संजीव श्रीवास्तव
मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण के ख़िलाफ़ लड़ाई चल रही है, लेकिन इस बीच राजनीतिक हलचल तेज़ होने से उपचुनावों की आहट भी साफ़ तौर पर सुनाई देने लगी है।
मध्य प्रदेश में कुल 24 सीटों पर उपचुनाव होने हैं। हालाँकि चुनाव की तारीख़ों के एलान में अभी वक़्त है। लेकिन एक दर्जन ज़िलाध्यक्षों की नियुक्तियाँ मध्य प्रदेश कांग्रेस ने की हैं। गुना शहर और ग्रामीण के साथ-साथ श्योपुर, शिवपुरी और ग्वालियर ग्रामीण का ज़िलाध्यक्ष भी बदला गया है। ये वो पाँच क्षेत्र हैं जहाँ सिंधिया समर्थकों के हाथों में ही पूरी कांग्रेस की बागडोर हुआ करती थी। पाँचों क्षेत्र उपचुनाव की दृष्टि से भी बेहद अहम हैं। नाथ ने सिंधिया के घनघोर विरोधियों को ज़िले की कमान सौंपी है। कितनी सफलता मिलती है? यह वक़्त बतायेगा।