महाराष्ट्र के बाद अब मध्य प्रदेश के स्कूलों में भी संविधान की प्रस्तावना का पाठ पढ़ाया जाएगा। हालाँकि मध्य प्रदेश में यह योजना थोड़ी-सी अलग है। महाराष्ट्र में जहाँ 26 जनवरी से हर रोज़ इसका पाठ किया जाएगा वहीं मध्य प्रदेश में हर शनिवार को यानी हफ़्ते में एक दिन किया जाएगा। ये दोनों राज्य ऐसे हैं जहाँ विपक्षी दलों की सरकारें हैं। मध्य प्रदेश में जहाँ कांग्रेस की सरकार है वहीं महाराष्ट्र में इसकी शिवसेना और एनसीपी के साथ गठबंधन सरकार है। ये फ़ैसले ऐसे समय में आए हैं जब देश में ‘राष्ट्रवाद’ का मुद्दा ज़ोर शोर से चल रहा है। बीजेपी इसे अपने तरीक़े से पेश करती रही है तो कांग्रेस सहित विपक्षी दल अपने तरीक़े से। ऐसा ही ‘राष्ट्रवाद’ नागरिकता क़ानून के विरोध-प्रदर्शनों के दौरान भी दिख रहा है। इसमें भी तिरंगा झंडा, जय हिंद के नारे से लेकर संविधान की प्रस्तावना को पढ़ने का दौर जारी है।
सीएए के विरोध का नायाब तरीक़ा, मध्य प्रदेश के स्कूलों में भी संविधान का पाठ
- मध्य प्रदेश
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- 23 Jan, 2020
महाराष्ट्र के बाद अब मध्य प्रदेश के स्कूलों में भी संविधान की प्रस्तावना का पाठ पढ़ाया जाएगा। हालाँकि मध्य प्रदेश में यह योजना थोड़ा अलग है।
