इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट बताती है कि 28 अक्टूबर से शुरू हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के मध्य प्रदेश के तीन दिवसीय दौरे का फोकस असंतुष्ट पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत और आगामी चुनावों में भाजपा के अभियान को आगे बढ़ाना था।