मध्य प्रदेश में कांग्रेस के एक वरिष्ठ विधायक को बिना इस्तीफा मंजूर हुए मोहन यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाये जाने पर बवाल खड़ा हो गया है। कांग्रेस ने विधानसभा स्पीकर नरेन्द्र सिंह तोमर और राज्यपाल मंगूभाई पटेल को कठघरे में खड़ा करते हुए इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया है। इसे लेकर शिकायतों का दौर भी तेज हो गया है। कांग्रेस पूरे मामले को लेकर कोर्ट जाने की बात कह रही है।
बिना इस्तीफा दिए मोहन सरकार में मंत्री कैसे बन गए कांग्रेस विधायक?
- मध्य प्रदेश
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- 8 Jul, 2024

मध्य प्रदेश कांग्रेस ने आख़िर किस आधार पर विजयपुर सीट से 6 बार के विधायक रामनिवास रावत को मोहन यादव सरकार में मंत्री पद की शपथ दिलाए जाने पर आपत्ति की है?
श्योपुर जिले की विजयपुर सीट से 6 बार के विधायक रामनिवास रावत को मोहन यादव सरकार में मंत्री बनाया गया है। सोमवार सुबह 9 बजे राजभवन में आयोजित एक सादे समारोह में राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई है। शपथ ग्रहण के बाद कांग्रेस आक्रामक हो गई है। मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और उपनेता हेमंत कटारे ने अलग-अलग आपत्तियां दर्ज कराते हुए सरकार को घेरा है। हेमंत कटारे ने विधानसभा के स्पीकर तोमर को लिखित शिकायत की है। कई सवाल उन्होंने अपनी शिकायत में उठाये हैं।