loader
रुझान / नतीजे चुनाव 2024

झारखंड 81 / 81

इंडिया गठबंधन
57
एनडीए
23
अन्य
1

महाराष्ट्र 288 / 288

महायुति
226
एमवीए
53
अन्य
9

चुनाव में दिग्गज

हेमंत सोरेन
जेएमएम - बरहेट

आगे

गीता कोड़ा
बीजेपी - जगन्नाथपुर

पीछे

पूर्व बीजेपी सांसद ने किया अपनी सरकार के ‘भ्रष्टाचार’ का पर्दाफाश!

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी के साथ काम कर चुके भारतीय जनता पार्टी के सीनियर लीडर एवं राज्यसभा के पूर्व सदस्य रघुनंदन शर्मा की साफगोई ने मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए मुश्किल में डाल दिया है। पूर्व सांसद की ‘खरी-खरी’ के बाद विपक्ष ने भी सरकार पर हमला बोल दिया है।

मध्य प्रदेश के पूर्व राज्यसभा सदस्य और भाजपा के वरिष्ठ नेता रघुनंदन शर्मा ने शुक्रवार को भोपाल में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मोहन यादव की मौजूदगी में पर्यावरण शुद्धि, जल-जलाशय शुद्धिकरण और गंदगी को समाप्त करने के अभियान की तरह शासन-प्रशासन या राजनीतिक जगत की ‘गंदगी’ को साफ़ करने तथा शुद्धिकरण की सलाह मुख्यमंत्री यादव को दी तो कार्यक्रम में सनाका खींच गया।

ताज़ा ख़बरें

रघुनंदन शर्मा भाजपा के संस्थापक सदस्य भी हैं। पार्टी के 1980 में गठन के दौरान जो हलफनामा केन्द्रीय चुनाव आयोग को दिया गया था, उस पर हस्ताक्षर करने वालों में शर्मा भी शामिल रहे थे। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े रहने के अलावा जनसंघ के जमाने से वे मध्य प्रदेश में संगठन के लिए काम कर रहे हैं। मंदसौर के मूल निवासी 78 साल के शर्मा ने भाजपा के कुशाभाऊ ठाकरे के साथ काम किया है। मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री वीरेन्द्र कुमार सखलेचा, सुंदरलाल पटवा एवं कैलाश जोशी के कंधे से कंधा मिलाकर जनसंघ और भाजपा को खड़ा करने में महती भूमिका निभाई है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक वक्त जब मध्य प्रदेश भाजपा के प्रभारी महासचिव हुआ करते थे, तब शर्मा भाजपा की राज्य इकाई के साथ राष्ट्रीय राजनीति में भी पावरफुल थे। शर्मा खरा-खरा और साफ-साफ बोलने के लिए जाने जाते हैं। काफी वक्त से वे मुखर हैं। मप्र के साथ-साथ राष्ट्रीय संगठन के कामकाज की शैली को भी वे परोक्ष-अपरोक्ष तौर पर निशाना बनाते रहे हैं।

भोपाल में शुक्रवार को लिंक रोड नंबर दो स्थित जवाहर बाल उद्यान झील के जीर्णाेद्धार का कार्यक्रम था। कार्यक्रम में सीएम मोहन यादव के अलावा उनकी काबीना के कई सहयोगी, स्थानीय विधायकगण, पार्टी के नेता-कार्यकर्ता, नौकरशाह और सरकारी अधिकारी मौजूद थे।
मध्य प्रदेश से और ख़बरें

कार्यक्रम में आभार जताने के लिए रघुनंदन शर्मा को बुलाया गया। उन्होंने माइक संभालने के बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव से प्रार्थना और निवेदन किया, ‘आप जिस तरह से पर्यावरण शुद्धि, जल और जलाशय शुद्धिकरण और गंदगी को समाप्त करने का अभियान चला रहे हैं, वैसे ही शासन-प्रशासन या राजनीतिक जगत में जो गंदगी है, उसे भी शुद्ध करने का अभियान चलाइए। इसमें शुद्धिकरण की आवश्यकता है।’

पूर्व सांसद शर्मा ने कहा, ‘मध्य प्रदेश शासन में कुछ लोग ऐसे हैं जो स्वार्थ के कारण अपनी मनचाही जगह बैठे हैं। अपने घर भर रहे हैं। लोगों को तंग कर रहे हैं। पिछले कई वर्षों से राजनीति के माध्यम से मध्य प्रदेश में ऐसे तत्व बहुत सक्रिय हुए हैं। पनाह मिली है, उनको। मौका मिला है, अवसर मिला है। और उस अवसर का लाभ अपने निजी निहित स्वार्थ के कारण करते हैं।’

बयान की भनक लगने के बाद मीडिया ने जब रघुनंदन शर्मा को घेरा और पूछा तो उन्होंने सहज भाव में सीधे एवं इशारा करते हुए कहा, ‘मुख्यमंत्री से कहा है, आपने कठोरता से कुछ कड़े निर्णय लिए हैं, दंड भी दिए हैं। आप जरा उसी कठोरता के साथ ऐसे तत्वों को दंडित करो, चिन्हित करो और शुद्धिकरण करो, जो सरकार एवं पार्टी के लिए खतरा बनते चले जा रहे हैं।’

ख़ास ख़बरें

क्या नसीहत में संगठन भी शामिल है? प्रश्न के जवाब में शर्मा ने कहा, ‘उन्होंने अपनी बात में शासन-प्रशासन, राजनीतिक क्षेत्र कहा है। इसमें राजनीतिक क्षेत्र भी शामिल है, तो संगठन भी शामिल ही है।’

पूर्व सांसद ने संकेतों में कहा, ‘सत्ता में बिचौलिए एवं दलालों के कारण विकास अवरुद्ध होता है, जनता परेशान होती है। उपभोक्ता भी परेशान होते हैं, इसलिए सहज सेवा सबको प्राप्त हो सके, इसके प्रयास करना चाहिए।’

‘कांग्रेस ने भी बोला हमला’

पूर्व सांसद शर्मा का सख्त बयान आने के बाद, मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा, ‘रघुनंदन जी को इस बात का आभास है कि यह सरकार तीन-सी की सरकार है। तीन सी यानी - करप्शन की, क्राइम की और कर्ज की सरकार है।’

जीतू पटवारी के शुक्रवार के बयान के पहले मध्य प्रदेश विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने बीते दिनों मुख्यमंत्री मोहन यादव को खत लिखा था। खत में सत्ता के कथित दलालों के नामों वाली सूची भी सीएम को भेजी थी।

कटारे ने अनुरोध किया था, ‘मुख्यमंत्री युवा हैं। नये हैं। उन्हें सत्ता को दलालों से सरकार एवं राज्य की जनता को बचाने के अपने धर्म का निर्वहन करना चाहिए।’

कटारे के खत पर जमकर राजनीति हुई थी। भाजपा ने कटारे के आरोपों को कपोल कल्पित करार दिया था।

‘भाजपा की दुर्दशा द्रौपदी जैसी’

भाजपा नेता रघुनंदन शर्मा ने पार्टी के हालात पर तंज कसते हुए चुनावों के दौरान कहा था, ‘मध्य प्रदेश में भाजपा संगठन के 5-5 प्रभारी हैं, लेकिन संगठन की स्थिति पांच पतियों वाली द्रौपदी समान है। भारी दुर्दशा है। पांच प्रभारी प्रभावशाली ढंग से संगठन चला रहे हों, ऐसा दिखता नहीं। बार-बार संवादहीनता की स्थिति पैदा हो रही है। संवादहीनता हमेशा नुकसान पहुंचाती है।’

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
संजीव श्रीवास्तव
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

मध्य प्रदेश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें