क्या ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने का 1857 में अंग्रेज़ों के ख़िलाफ़ हुए स्वतंत्रता संग्राम से कोई संबंध हो सकता है। शायद, आपका जवाब नहीं में होगा, क्योंकि जिन दो घटनाओं में 153 साल का अंतर हो, उनकी आपस में कोई तुलना नहीं हो सकती या वे किसी भी तरह एक-दूसरे से संबंधित नहीं हो सकतीं। लेकिन सिंधिया के पार्टी छोड़ने के फ़ैसले को कांग्रेस के कई नेताओं ने 1857 के स्वतंत्रता संग्राम से जोड़ा है। पार्टी नेताओं ने यह भी कहा है कि सिंधिया ने अपनी निजी महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिये विचारधारा को त्याग दिया।
पार्टी छोड़ने वाले सिंधिया और उनके राजघराने को गद्दार क्यों बता रहे कांग्रेस नेता?
- मध्य प्रदेश
- |
- |
- 11 Mar, 2020
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि गद्दारी सिंधिया राजघराने के खून में है और 1857 की क्रांति में इस राजघराने ने झांसी की रानी लक्ष्मीबाई से गद्दारी की तथा कठिन समय में ज्योतिरादित्य ने कांग्रेस से गद्दारी की है।

कांग्रेस नेताओं ने सिंधिया पर हमला बोलते हुए उन्हें गद्दार बताया है और 1857 में ईस्ट इंडिया कंपनी के ख़िलाफ़ हुए विद्रोह और उसमें सिंधिया राजघराने की कथित भूमिका का जिक्र किया है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि गद्दारी सिंधिया राजघराने के खून में है और 1857 की क्रांति में इस राजघराने ने झांसी की रानी लक्ष्मीबाई से गद्दारी की तथा कठिन समय में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से गद्दारी की है।